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नयी दिलà¥à¤²à¥€ - कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नेता राहà¥à¤² गांधी की अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•à¥‹à¤‚ की चिंता को
पाखंड बताते हà¥à¤ केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ शहरी विकास, आवास, पेटà¥à¤°à¥‹à¤²à¤¿à¤¯à¤®
à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गैस मंतà¥à¤°à¥€ हरदीप सिंह ने पà¥à¤°à¥€ ने आज कहा कि शà¥à¤°à¥€ गांधी को विदेश
में अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• याद आते हैं और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लà¥à¤à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठवह ‘à¤à¥‚ठ’ बोल कर
अपनी विशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ गिराते हैं।
शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥€ ने यहां à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ (à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾) के केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯
कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में आयोजित à¤à¤• संवाददाता समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में à¤à¤• सवाल पर यह टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने
कहा, “वह (शà¥à¤°à¥€ राहà¥à¤² गांधी) विदेश जाते हैं तो उनको अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•
याद आ जाते हैं, आप कोई à¤à¥€ बयान दे देते हो
और जब उसके बाद आपका à¤à¥‚ठपकड़ा जाता है तो माफी मांगते हो।â€
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जब शà¥à¤°à¥€ गांधी 13 साल के
रहे होंगे तब 1983 में दो हजार लोगों की हतà¥à¤¯à¤¾
की गयी। फिर 1984 में तीन हजार सिखों की हतà¥à¤¯à¤¾
की गयी। à¤à¤¸à¥‡ में वह अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•à¥‹à¤‚ं की बात करके अपनी विशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ गिराते हैं।
ये सब कà¥à¤¯à¤¾ है? आज का
समय विशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ का है।
शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥€ ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी की सरकार के नौ
साल के कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² का उलà¥à¤²à¥‡à¤– करते हà¥à¤ कहा कि वरà¥à¤· 2014 तक à¤à¤¾à¤°à¤¤
की अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ ये थी कि इसकी गिनती फà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¾à¤‡à¤² 5 यानी
सबसे नाज़à¥à¤• पांच अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं में थी और वैशà¥à¤µà¤¿à¤• रैंकिंग में हम 10वें
सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर थे। लेकिन अब सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बदल चà¥à¤•à¥€ हैं। शà¥à¤°à¥€ मोदी के अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ सà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की
बदौलत आज हम दसवें सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से आगे बढ़ पांचवें सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पहà¥à¤‚च गठहैं।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कोरोना काल में हमने 220 करोड़
वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨ ना केवल बनाई हैं बलà¥à¤•à¤¿ उनको सही से वितरित à¤à¥€ किया है। 100 देशों
को तो हमने सीधे तौर पर वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨ दी है। नीति-नीयत और नेता अगर ये तीनों ठीक हैं तो
सब ठीक हो जाता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मोदी सरकार के 9 साल ने
सही मायने में विकास और समृदà¥à¤§à¤¿ सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ की है।बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ ढांचे के विकास से लेकर
लोगों के जीवन को आसान बनाने तक, नà¥à¤¯à¥‚
इंडिया ने à¤à¤• लंबा सफर तय किया है।सà¥à¤µà¤šà¥à¤› à¤à¤¾à¤°à¤¤, उजà¥à¤œà¥à¤µà¤²à¤¾, अमृत
जैसी कà¥à¤› योजनाओं का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से दिखाई दे रहा है। देश में मेटà¥à¤°à¥‹ का
नेटवरà¥à¤• 220 किलोमीटर से बढ़कर 890 किलोमीटर
हो चà¥à¤•à¤¾ है और à¤à¤• हजार किलोमीटर से अधिक का नेटवरà¥à¤• निरà¥à¤®à¤¾à¤£à¤¾à¤§à¥€à¤¨ है।
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