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नयी दिलà¥à¤²à¥€- उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने बिना किसी वैध पहचान पतà¥à¤° के 2000 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
के नोट बदलने के मामले में दिलà¥à¤²à¥€ उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ संबंधी फैसले को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€
देने वाली याचिका पर शीघà¥à¤° सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ करने से गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को इनकार कर दिया।
नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤§à¤¾à¤‚शॠधूलिया और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ के वी विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥à¤¨
की अवकाशकालीन पीठने अधिवकà¥à¤¤à¤¾ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की ओर से दायर अपील पर
शीघà¥à¤° सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ के लिठसूचीबदà¥à¤§ करने से इनकार करते हà¥à¤ कहा कि याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾ गरà¥à¤®à¥€ की
छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बाद मà¥à¤–à¥à¤¯ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ के समकà¥à¤· इस मामले का उलà¥à¤²à¥‡à¤– कर सकते हैं।
अधिवकà¥à¤¤à¤¾ अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ने उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के फैसले
के खिलाफ बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को सिरà¥à¤« अदालत में अपील दायर की थी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आज इस मामले को 'विशेष
उलà¥à¤²à¥‡à¤–' के दौरान उठाया था।
शà¥à¤°à¥€ उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की ओर से दायर अपील में कहा गया है कि 29 मई 2023 का
दिलà¥à¤²à¥€ उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का फैसला नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¤šà¤¿à¤¤ नहीं है।
याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾ का तरà¥à¤• है कि 19 और 20 मई को
जारी आरबीआई की अधिसूचना ने अवैध धन को वैध बनाने का अवसर दिया है। इसलिठसà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ
रूप से यह मनमाना, तरà¥à¤•à¤¹à¥€à¤¨ और समानता के मौलिक
अधिकार के नियमों का उलà¥à¤²à¤‚घन है।
उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने गत सोमवार को शà¥à¤°à¥€ उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की जनहित
याचिका को यह कहते हà¥à¤ खारिज कर दी थी कि यह विशà¥à¤¦à¥à¤§ रूप से बैंकनोटों की वापसी से
संबंधित नीतिगत निरà¥à¤£à¤¯ है और इसे विकृत या मनमाना नहीं कहा जा सकता है या इसने
काले धन, मनी लॉनà¥à¤¡à¥à¤°à¤¿à¤‚ग, मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¾à¤–ोरी
या à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° को बढ़ावा दिया है।
अधिवकà¥à¤¤à¤¾ उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ने शीरà¥à¤· अदालत के समकà¥à¤· दायर अपनी विशेष
अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ याचिका में कहा है कि उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ यह मानने में विफल रहा कि आरबीआई
अधिसूचना में सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करता है कि पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¨ में 2000 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
के नोटों का कà¥à¤² मूलà¥à¤¯ 6.73 लाख करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ से घटकर 3.62 लाख
करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ हो गया है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा,“‘इसका
मतलब है कि 3.11 लाख करोड़ लोगों के लॉकर में
पहà¥à¤‚च गठहैं और बाकी जमाखोरी कर दी गई है।â€
याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ ने यह à¤à¥€ दावा किया कि अधिसूचनाà¤à¤‚
à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° निवारण अधिनियम, बेनामी
लेनदेन अधिनियम, मनी लॉनà¥à¤¡à¥à¤°à¤¿à¤‚ग अधिनियम, लोकपाल
अधिनियम, सीवीसी अधिनियम, à¤à¤—ोड़ा
आरà¥à¤¥à¤¿à¤• अपराधी अधिनियम और काला धन अधिनियम के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ और उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के विपरीत
थीं।
अधिवकà¥à¤¤à¤¾ ने यह à¤à¥€ तरà¥à¤• दिया है कि लगà¤à¤— 30 करोड़
परिवारों के पास 130 करोड़ आधार कारà¥à¤¡ हैं। इसी
तरह 225 करोड़ बैंक खाते हैं, जिनमें 48 करोड़
जन धन खाते शामिल हैं।
याचिका में कहा गया है, “बैंक
खाते में जमा किठबिना या किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की परà¥à¤šà¥€ और पहचान पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किà¤
बिना 2000 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के नोटों को बदलने की
अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ देना सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से मनमाना, तरà¥à¤•à¤¹à¥€à¤¨
है और इस तरह संविधान के अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 14 का
उलà¥à¤²à¤‚घन करता है।â€
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