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नयी दिलà¥à¤²à¥€ - आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ ने नठसंसद à¤à¤µà¤¨ के उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿
दà¥à¤°à¥Œà¤ªà¤¦à¥€ मूरà¥à¤®à¥‚ को न बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¥‡ जाने को लेकर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ पर निशाना साधते हà¥à¤
कहा कि à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ अपनी दलित, आदिवासी व अनà¥à¤¸à¥‚चित जनजाति
विरोधी मानसिकता का पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ कर रही है।
आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ विधायक राखी बिड़लान ने गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को
संवाददाता समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में कहा कि नठसंसद à¤à¤µà¤¨ के उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ अपनी दलित विरोधी
मानसिकता और आदिवासी व अनà¥à¤¸à¥‚चित जनजाति विरोधी मानसिकता का पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ कर रही है, यह किसी
से छिपा नहीं है। हर बार यह देखा जाता है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शासित
राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ दलितों और आदिवासियों पर आठदिन अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° होते हैं। उन राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में
à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ मूक बधिर होकर बैठी रहती है। देश के सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š पद पर बैठे हà¥à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और
उस पद का अपमान इसलिठकिया जा रहा है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि
उस पद पर आसीन लोग दलित, आदिवासी हैं।
सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ बिड़लान ने कहा कि जब नठसंसद à¤à¤µà¤¨ का शिलानà¥à¤¯à¤¾à¤¸ किया
जा रहा था, तब ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿
रामनाथ कोविंद को निमंतà¥à¤°à¤£ नहीं दिया गया था। इस बात को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ कि किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°
के पूजा-पाठ, विधि विधान या शà¥à¤ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚
में दलितों की मौजूदगी इन लोगों को नहीं खलती है। अब जब उस नठसंसद à¤à¤µà¤¨ का उदà¥à¤˜à¤Ÿà¤¨
होना है, तब à¤à¥€ मौजूदा राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿
दà¥à¤°à¥Œà¤ªà¤¦à¥€ मà¥à¤°à¥à¤®à¥‚ को निमंतà¥à¤°à¤£ ना देना और उनके कर कमलों से उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ ना करना, यह
सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ इशारा करता है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ दलित समाज, अनà¥à¤¸à¥‚चित
जनजाति और आदिवासी समाज के लोगों को सिरà¥à¤« और सिरà¥à¤« à¤à¤• वोट बैंक समà¤à¤¤à¥€ है। वोट
बैंक के लिठही इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पदों पर आसीन रखती है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ से अलग-अलग राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की सतà¥à¤¤à¤¾ में
दलित समाज, आदिवासी समाज और पिछड़े वरà¥à¤—
के लोगों के वोटों की वजह से बैठे हैं। आज देश का à¤à¤•-à¤à¤• वोटर, पूरा
दलित समाज, आदिवासी समाज और पिछड़ा वरà¥à¤—
आपकी इन हरकतों को देख रहा है और अपने सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š पदों पर बैठे हà¥à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के
अपमान को देखते हà¥à¤ बहà¥à¤¤ आहत है। वह दिन दूर नहीं है जब इस देश का पूरा दलित समाज à¤à¤•
होगा और इस अपमान के बदले में सबक सिखाà¤à¤—ा।
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