समाचार ब्यूरो
10/05/2023  :  18:20 HH:MM
चाय उद्योग के विकास, विस्तार की अपार संभावनाएं: डॉ. पांडेय
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डॉ. पांडेय ने सरकार क्षेत्र की कंपनी एंड्रयू यूल एंड कंपनी लिमिटेड (एवाईसीएल) के निर्यात क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए उसकी सराहना करते हुए कहा कि भारत में चाय उद्योग के विकास और विस्तार की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।

नयी दिल्ली- केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा है कि सरकार ने चाय उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और इससे चाय निर्यात में तेजी दर्ज की गयी है।

डॉ. पांडेय ने सरकार क्षेत्र की कंपनी एंड्रयू यूल एंड कंपनी लिमिटेड (एवाईसीएल) के निर्यात क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए उसकी सराहना करते हुए कहा कि भारत में चाय उद्योग के विकास और विस्तार की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। एवाईसीएल ने चाय के निर्यात में 2022-23 के दौरान 431 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है, जो कंपनी का अब तक का सर्वाधिक प्रदर्शन है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने देश में चाय उद्योग को बढ़ावा देने और रोजगार के नए अवसर सृजित करने के लिए कई आवश्यक कदम उठाए हैं। इसका सकारात्मक परिणाम भी देश के साथ-साथ इस उद्योग जगत को मिलने लगा है।
उन्होंने कहा कि भारतीय चाय उद्योग दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा उद्योग है। चाय क्षेत्र ने देश में रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एवाईसीएल उच्च गुणवत्ता वाली ऑर्थोडॉक्स और सीटीसी चाय का उत्पादन करती है, जिसमें विशेष चाय जैसे मून ड्रॉप, सिल्वर नीडल और ऊलोंग शामिल हैं। इन चायों को यूके, यूएई और पोलैंड जैसे देशों में निर्यात किया गया है।
भारी उद्योग मंत्रालय की बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार डॉ. पांडेय ने कहा कि एवाईसीएल की उपलब्धि चाय उद्योग में गुणवत्ता और नवाचार के प्रति उसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। कंपनी प्रधानमंत्री के ‘वोकल से ग्लोबल’ के मंत्र को साकार करने में भी मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि एवाईसीएल की सफलता से यह स्पष्ट है कि चाय उद्योग में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास और विस्तार की अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने भारत में चाय उद्योग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह उद्योग अपने विशाल चाय बागानों की वजह से दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में भी हजारों लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है। एवाईसीएल निस्संदेह भारतीय अर्थव्यवस्था में और योगदान देगा। साथ ही दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करेगा। कंपनी के असम और पश्चिम बंगाल में 15 चाय बागान हैं। एवाईसीएल बीएसई में भी सूचीबद्ध है।
एवाईसीएल में 14,225 नियमित कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से 48.5 प्रतिशत महिलाएं हैं। इनमें से 91.14 प्रतिशत कर्मचारी अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं।
एवाईसीएलने पहले ही वित्त वर्ष 2023 में कैंटीन स्टोर्स डिपार्टमेंट (सीएसडी) और नैफेड को पैकेट चाय की आपूर्ति शुरू कर दी है। कंपनी अपनी ब्रांडेड चाय की आपूर्ति के लिए एनएसीओएफ, केंद्रीय भंडार और नैफेड जैसी सहकारी समितियों के साथ बातचीत कर रही है। कंपनी की योजना राजस्थान और पश्चिम बंगाल में खुदरा बाजार डेवलपर्स को शामिल करने और वित्त वर्ष 2024 में कम से कम 50 कियोस्क स्थापित करने की है।






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