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देश के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ और उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ की लगातार दो उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ यातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के बाद दो सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ से à¤à¥€ कम समय के à¤à¥€à¤¤à¤° ही सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¥€ विमान वाहक पोत विकà¥à¤°à¤¾à¤‚त को समà¥à¤¦à¥à¤° में संचालन परीकà¥à¤·à¤£ के अगले दौर के लिठबाहर निकाला जा रहा है।
दोनों गणमानà¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने पोत निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कारà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤—ति की समीकà¥à¤·à¤¾ करने के बाद इस पर अपनी संतà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ की और इस परियोजना में शामिल सà¤à¥€ हितधारकों को शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ दीं। वहीं पिछले वरà¥à¤· अगसà¥à¤¤ में पहला समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ परीकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤ªà¤²à¥à¤¶à¤¨, नौवहन संबंधी पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ और बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ संचालन कारà¥à¤¯à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने के लिठकिया गया था। इसके बाद में अकà¥à¤Ÿà¥‚बर-नवंबर में पोत के दूसरे समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ परीकà¥à¤·à¤£ के दौरान विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ मशीनरी परीकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ और पोत से उड़ान परीकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के संदरà¥à¤ में जहाज को इसकी गति के माधà¥à¤¯à¤® से परखा गया। पोत लगà¤à¤— 10 दिनों के लिठगोदी से बाहर था और यह अपनी दूसरी ही यातà¥à¤°à¤¾ में अपनी उपयोगिता साबित कर रहा था। दूसरी परीकà¥à¤·à¤£ यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ नाविकीय विकास गतिविधियों को à¤à¥€ सफलता मिली। पोत की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾à¤“ं में परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के बाद, विकà¥à¤°à¤¾à¤‚त अब जटिल यà¥à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ परीकà¥à¤·à¤£ के लिठरवाना हो रहा है ताकि इसकी कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ की विशिषà¥à¤Ÿ रीडिंग पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की जा सके कि सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¥€ नौसैनà¥à¤¯ जहाज विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में कैसा पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करता है। इसके अलावा, पोत के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सेंसर सूट का à¤à¥€ परीकà¥à¤·à¤£ किया जाà¤à¤—ा। सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¥€ विमान वाहक पोत कई मामलों में सफलता की कहानी गॠरहा है। चाहे आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ का उदहारण हो, जिसमें 76% उपकरण सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¥€ रूप से तैयार किठगठहैं या फिर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नौसेना की डिजाइन टीमों और मेसरà¥à¤¸ कोचीन शिपयारà¥à¤¡ लिमिटेड के बीच घनिषà¥à¤ जà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤µ की बात हो, इस निरà¥à¤®à¤¾à¤£ ने देश में अब तक बनाठजाने वाले सबसे बड़े à¤à¤µà¤‚ सबसे जटिल यà¥à¤¦à¥à¤§à¤ªà¥‹à¤¤ में à¤à¤• होने का गौरव पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया है। यह पोत अपनी पहली ही परीकà¥à¤·à¤£ यातà¥à¤°à¤¾ से बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ कौशल संचालन करने में सकà¥à¤·à¤® है, यह à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ यà¥à¤¦à¥à¤§à¤ªà¥‹à¤¤ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ इतिहास में à¤à¤• मील का पतà¥à¤¥à¤° है। देश में कोविड के बढ़ते मामलों और उससे उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बावजूद, परियोजना से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ कई संगठनों की संयà¥à¤•à¥à¤¤ टीमें समयबदà¥à¤§à¤¤à¤¾ को पूरा करने के लिठउतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ तथा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ हैं। पà¥à¤°à¤—तिशील समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ परीकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ की à¤à¤• शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला के सफल समापन के बाद पोत को इस वरà¥à¤· के अंत में आईà¤à¤¨à¤à¤¸ विकà¥à¤°à¤¾à¤‚त के रूप में समà¥à¤¦à¥à¤° में रवाना किया जाना है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि राषà¥à¤Ÿà¥à¤° 'आजादी का अमृत महोतà¥à¤¸à¤µ' मना रहा है।
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