समाचार ब्यूरो
03/01/2022  :  09:29 HH:MM
डॉ. मनसुख मांडविया ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ कोविड-19 के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों तथा राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण प्रगति की समीक्षा की
Total View  1279

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज कोविड-19 के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों और राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा करने के लिए वर्चुअल तरीके से राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों तथा राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों/अपर मुख्य सचिवों के साथ परस्पर बातचीत की। यह बैठक ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते मामलों और हाल ही में 15-18 वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण शुरू करने और चिह्नित निर्बल वर्गों के लिए एहतियाती खुराक को ध्यान में रखते हुए आयोजित की गई थी। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण ने की।
बैठक में शामिल होने वाले राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों में श्री एस पांगन्यू फोम (नगालैंड), श्री एनके दास (ओडिशा), डॉ. प्रभुराम चौधरी (मध्य प्रदेश), श्री मा सुब्रमण्यम (तमिलनाडु), श्री केशब महंत (असम), श्री अनिल विज (हरियाणा), श्री सत्येंद्र जैन (दिल्ली), श्री आलो लिबांग (अरुणाचल प्रदेश), श्री बन्ना गुप्ता (झारखंड), श्री मंगल पांडे (बिहार), श्री टी.एस. सिंह देव (छत्तीसगढ़), सुश्री चंद्रिमा भट्टाचार्जी, स्वास्थ्य राज्य मंत्री (पश्चिम बंगाल) और अन्य शामिल थे।
    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आरम्भ में ही कहा कि विश्व स्तर पर, देश अपने पहले के शीर्ष मामलों की तुलना में कोविड-19 मामलों में 3 से 4 गुना वृद्धि का अनुभव कर रहे हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट के अत्यधिक तेजी से फैलने के कारण, कोविड मामलों में तेज वृद्धि चिकित्सा प्रणाली को प्रभावित कर सकती है। इसलिए उन्होंने राज्यों को तेज वृद्धि को प्रबंधित करने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार करने में कोई कसर नहीं छोड़ने की सलाह दी, जिससे कि भारत कोविड-19 के इस प्रकोप से सुरक्षित रह सके।

डॉ. मांडविया ने कहा कि कोविड का चाहे कोई भी वैरिएंट हो, तैयारी और सुरक्षा के उपाय समान ही बने रहेंगे। उन्होंने राज्यों से जमीनी स्तर पर काम करने और निगरानी और नियंत्रण तंत्र को मजबूत करने के लिए अपनी टीमों को फिर से सक्रिय करने का आग्रह किया। इसके बाद अस्पताल के बुनियादी ढांचे में सुधार; जांच में तेजी; संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए कड़े प्रतिबंधात्मक उपाय और आम लोगों के बीच कोविड उपयुक्त व्यवहार पर जोर सहित कोविड प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक और विस्तृत चर्चा हुई। चिकित्सा अवसंरचना में बड़ी बाधाओं पर भी चर्चा की गई।

महामारी के विरूद्ध लड़ाई और साथ ही लोगों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए राज्य प्रशासन द्वारा दिखाए गए समर्पण और धैर्य की सराहना करते हुए, डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “हमने पहले भी कोविड के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई लड़ी है और इस सीख का उपयोग –ओमिक्रॉन वैरिएंट के विरूद्ध पर फिर से ध्यान केंद्रित करने के लिए किया जाना चाहिए।" उन्होंने वर्तमान तेजी को रोकने के लिए रोकथाम उपायों पर नए सिरे से और सख्त ध्यान देने के साथ-साथ कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की निरंतर आवश्यकता पर जोर दिया।






Enter the following fields. All fields are mandatory:-
Name :  
  
Email :  
  
Comments  
  
Security Key :  
   4992617
 
     
Related Links :-
पार्श्वगायक नहीं अभिनेता बनना चाहते थे मुकेश
दिग्गज बॉलीवुड गीतकार देव कोहली का निधन
शैक्षणिक विकास निगम में भ्रष्टाचार की निगरानी से करायें जांच : सुशील
स्वदेशी गाय की खरीद पर ट्रांसर्पोटेशन और बीमा का खर्च उठाएगी योगी सरकार
शंखनाद अभियान का आगाज करेगी भाजपा
आयकर विभाग की वेबसाइट नये स्वरूप में लाँच
अडानी ने लगायी गुजरात ऊर्जा निगम को 3900 करोड़ रुपए की चपत: कांग्रेस
लखनऊ रामेश्वरम रेल हादसे पर खडगे, राहुल, प्रियंका ने जताया शोक
तमिलनाडु ट्रेन हादसे पर मुर्मु ने जताया शोक
एनडीएमए ने ‘आपदा मित्रों’ को किया सम्मानित