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आतà¥à¤®à¤¸à¤®à¥à¤®à¤¾à¤¨ की कमी, रंग-रूप à¤à¤µà¤‚ शारीरिक बनावट को लेकर उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हीन à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾, लैंगिक रूà¥à¤¿à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤¤à¤¾ आदि à¤à¤¸à¥‡ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ हैं जो किशोर-किशोरियों को कई तरह से बाधित कर रहे हैं। जहां à¤à¤• ओर वे अवसाद का शिकार हो रहे हैं, वहीं उनकी पढाई-लिखाई और करियर à¤à¥€ बà¥à¤°à¥€ तरह से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होने के मामलों में वृदà¥à¤§à¤¿ देखी जा रही है। टीनà¤à¤œà¤°à¥à¤¸ से जà¥à¥œà¥‡ इन मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ को हल करने के लिà¤, बिहार सहित 8 राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में यूनिसेफ इंडिया दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 'पॉजिटिव सेलà¥à¤«-à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥€à¤® à¤à¤‚ड बॉडी कॉनà¥à¤«à¤¿à¤¡à¥‡à¤‚स’ पहल के माधà¥à¤¯à¤® से किशोर-किशोरियों को सशकà¥à¤¤ बनाने का कारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥‚ किया गया है। इस पहल के अंतरà¥à¤—त बिहार के 13 जिलों के 386 मासà¥à¤Ÿà¤° टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤°à¥à¤¸ (à¤à¤®à¤Ÿà¥€) समेत 11,000 शिकà¥à¤·à¤•-शिकà¥à¤·à¤¿à¤•à¤¾à¤“ं का पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शामिल है।
इस संदरà¥à¤ में यह उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि बिहार ककà¥à¤·à¤¾ छह से लेकर आठतक के किशोर लड़कों और लड़कियों को सशकà¥à¤¤ बनाने के लिठ'आतà¥à¤®à¤¸à¤®à¥à¤®à¤¾à¤¨-आधारित जीवन कौशल कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®' के तहत शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को सà¥à¤ªà¤° मासà¥à¤Ÿà¤° टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤°à¥à¤¸ के रूप में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ देने वाला पहला राजà¥à¤¯ बन गया है। पटना में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ के पहले बैच के उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ सतà¥à¤° में यूनिसेफ बिहार की शिकà¥à¤·à¤¾ विशेषजà¥à¤ž पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ जोशी ने कहा कि इस साल जून तक 13 जिलों के 386 चयनित शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को 7 बैचों में à¤à¤®à¤Ÿà¥€ के रूप में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ किया जाà¤à¤—ा। पहले बैच का पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दिलà¥à¤²à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ ‘यंग लाइवà¥à¤¸ इंडिया’ संगठन के विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिया जा रहा है।
बीईपीसी और यूनिसेफ की संयà¥à¤•à¥à¤¤ पहल
बिहार शिकà¥à¤·à¤¾ परियोजना परिषद (बीईपीसी) और यूनिसेफ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संयà¥à¤•à¥à¤¤ रूप से à¤à¤¸à¤¸à¥€à¤ˆà¤†à¤°à¤Ÿà¥€, पटना में आयोजित इस 4 दिवसीय पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ के तहत, 13 जिलों के 52 शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ (पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• 1 जिले से 4) को पà¥à¤°à¤®à¥à¤– संसाधन वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के रूप में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ किया जाà¤à¤—ा, जो अगले छह बैचों में उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ जिलों से शेष 334 शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को à¤à¤®à¤Ÿà¥€ के रूप में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ करेंगे। इसके बाद, इन मासà¥à¤Ÿà¤° टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤°à¥à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤•à¥‚लों में कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® शà¥à¤°à¥‚ करने के लिठ13 जिलों के 11,000 शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ किया जाà¤à¤—ा।
पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ मॉडà¥à¤¯à¥‚ल की सराहना करते हà¥à¤ विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° हिमांशà¥, निदेशक, à¤à¤¸à¤¸à¥€à¤ˆà¤†à¤°à¤Ÿà¥€, पटना ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ जताया कि पहले बैच में टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने वाले मासà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤• अगले बैचों को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ तरीके से पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ करने में सकà¥à¤·à¤® होंगे ताकि इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ पूरी तरह से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया जा सके और किशोर- किशोरियां इसका समà¥à¤šà¤¿à¤¤ लाठउठा सकें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस बात पर à¤à¥€ जोर दिया कि शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को सà¥à¤•à¥‚ल सà¥à¤¤à¤° पर किशोर लड़कियों और लड़कों के बीच सकारातà¥à¤®à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£, जीवन कौशल और समानता के दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ को विकसित करने हेतॠखà¥à¤¦ को रोल मॉडल के रूप में पेश करना चाहिà¤à¥¤
लैंगिक रूà¥à¥€, शारीरिक बनावट, रंग-रूप आदि के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ संवेदीकरण
इस पहल के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डालते हà¥à¤, बीईपीसी के राजà¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® पदाधिकारी इमà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤œ आलम ने कहा कि इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ किशोर लड़कों और लड़कियों को 6 महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विषयों जैसे लैंगिक रूढ़िवादिता, आदरà¥à¤¶ रूप, मीडिया में आदरà¥à¤¶ रूप, रूप-रंग की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ को समà¤à¤¨à¤¾, शारीरिक बनावट से जà¥à¥œà¥€ हानिकारक बातों को संबोधित करना और चलिठबदलाव लाà¤à¤‚ के बारे में संवेदनशील बनाना है। ये सारे टॉपिक ‘आधाफà¥à¤² सीरीज़’ की 6 कॉमिक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में शामिल हैं। इन कॉमिक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ को यूनिसेफ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ और अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ और बॉडी इमेज विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ के तकनीकी सहयोग से विकसित किया गया है। शरीर की छवि पर शोध निषà¥à¤•à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ इनमें शामिल किया गया है ताकि बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ और आतà¥à¤®-समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के बारे में पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ किया जा सके।
छठी से आठवीं ककà¥à¤·à¤¾ तक के 13 जिलों के 10,050 सà¥à¤•à¥‚लों को दस कॉमिक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का à¤à¤• सेट पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया जाà¤à¤—ा और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• सà¥à¤•à¥‚ल से à¤à¤• नोडल शिकà¥à¤·à¤• को जिला/बà¥à¤²à¥‰à¤• सà¥à¤¤à¤° पर पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ किया जाà¤à¤—ा। सà¤à¥€ नोडल शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को टीचरà¥à¤¸ हैंडबà¥à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की जाà¤à¤—ी और वे इन विषयों पर किशोर बचà¥à¤šà¥‡-बचà¥à¤šà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को संवेदनशील बनाने के लिठजिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° होंगे। टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग सतà¥à¤° के दौरान सà¤à¥€ 6 विषयों पर विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ चरà¥à¤šà¤¾ के अलावा, पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ी सà¤à¥€ 6 कॉमिक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का à¤à¥€ वाचन करेंगे। विषयों की गहरी समठसà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करने के लिठमॉक सेशन à¤à¥€ आयोजित किठजाà¤à¤‚गे।
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