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इतिहास के जानकारों का विचार है कि इस देश में हिनà¥à¤¦à¥‚-मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® दंगों की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ के समय से हà¥à¤ˆ, अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ लगà¤à¤— à¤à¤• हजार वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® शासन काल में कम-से-कम सांपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• दंगे नहीं होते थे। अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ के शासन की रणनीति ही ‘लड़ाओ और राज करो’ थी। इसलिठवे इस देश के दो पà¥à¤°à¤®à¥à¤– समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚- हिनà¥à¤¦à¥‚ और मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ को आपस में लड़वाते रहे और इसी राजनीति पर लगà¤à¤— सौ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक अपना शासन चलाते रहे। सीधी-सी बात है कि दो समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ को आपस में लड़वाने की रणनीति केवल सफल ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ शासक वरà¥à¤— के लिठअतà¥à¤¯à¤‚त कारगर रणनीति है। हद यह है कि इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° फैली आपसी नफरत से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ आम आदमी गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ तक का दà¥à¤– और पीड़ा à¤à¥‚लकर अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ के शासन को सौ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक बरदाशà¥à¤¤ करता रहा।
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