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à¤à¤¾à¤•à¤ªà¤¾-माले व à¤à¤ªà¤µà¤¾ की à¤à¤• राजà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ जांच टीम विगत 9 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को औरंगाबाद जिले के रफीगंज पà¥à¤°à¤–ंड के चिरैला गांव पहà¥à¤‚ची और 8 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² के दिन 6 दलित लड़कियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सामूहिक रूप से जहर खाने व उनमें चार की मौत मामले की संपूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ में जांच की.
आज पटना में माले व à¤à¤ªà¤µà¤¾ नेताओं ने à¤à¤• संवाददाता समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ को संबोधित करते हà¥à¤ कहा कि अखबारों में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¥‡à¤® पà¥à¤°à¥à¤°à¤¸à¤‚ग के मामले में 6 लड़कियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जहर खाने की बात कहीं से à¤à¥€ तारà¥à¤•à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ नहीं हो रहा है. आखिर किस दवा दà¥à¤•à¤¾à¤¨ ने लड़कियों को जहर मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ कराया? यह मानी हà¥à¤ˆ बात है कि आज की तारीख में कोई à¤à¥€ दà¥à¤•à¤¾à¤¨ महिलाओं को चूहे मारने तक की दवा नहीं देती. अथवा किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का डà¥à¤°à¤—à¥à¤¸ बिना चिकितà¥à¤¸à¤• के अनà¥à¤®à¥‹à¤¦à¤¨ के नहीं दिया जाता. इसलिà¤, पà¥à¤°à¥‡à¤® पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग में जहर खाने का मामला किसी बड़ी साजिश को ढक देने की à¤à¤• बनाई हà¥à¤ˆ कहानी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होती है. पà¥à¤°à¤¥à¤® दà¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¯à¤¾ हमें यही लग रहा है कि यह आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ हतà¥à¤¯à¤¾ है, जिसे साजिशन आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ कहा जा रहा है.
अतः à¤à¤¾à¤•à¤ªà¤¾-माले व à¤à¤ªà¤µà¤¾ राजà¥à¤¯ सरकार से इस पूरे मामले की उचà¥à¤šà¤¸à¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ जांच की मांग करती है, ताकि इतने वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• पैमाने पर दलित लड़कियों की हà¥à¤ˆ मौतों की सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ सबके सामने आ सके.
जांच टीम की रिपोरà¥à¤Ÿ
जांच टीम में à¤à¤ªà¤µà¤¾ की राजà¥à¤¯ सह सचिव कॉ. रीता वरà¥à¤£à¤µà¤¾à¤², à¤à¤ªà¤µà¤¾ नेतà¥à¤°à¥€ कॉ. बेबी चैधरी, राजà¥à¤¯ कमिटी सदसà¥à¤¯ व जिला सचिव कॉ. मà¥à¤¨à¤¾à¤°à¤¿à¤• राम, कैलाश पासवान, गà¥à¥œà¥ चंदà¥à¤°à¤µà¤‚शी, कमलदेव पासवान आदि शामिल थे. जांच के दौरान मृतक काजल कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€, उमà¥à¤° 15 वरà¥à¤· के पिता - राजेश पासवान, नीलम कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ उमà¥à¤°, 14 वरà¥à¤· के पिता - मनोज पासवान, निशा कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€, उमà¥à¤° 14 वरà¥à¤· पिता - पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ पासवान व उनके परिवार की महिलाओं से बातचीत की.
जांच टीम को गांव में घà¥à¤¸à¤¤à¥‡ ही गांव के सवरà¥à¤£ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ से संबंध रखने वाले लोगों ने 6 लड़कियों के à¤à¤• साथ गांव के बघार में जहर खाने का मामला बताया. गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ रामसूचित सिंह, पैकà¥à¤¸ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· अजय सिंह, राधेशà¥à¤¯à¤¾à¤® सिंह, अरà¥à¤œà¥à¤¨ सिंह ने जांच टीम को बताया कि जहर खाने की घटना पà¥à¤°à¥‡à¤® पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग मामले में हà¥à¤ˆ है.
दलितों के मà¥à¤¹à¤²à¥à¤²à¥‡ में à¤à¤¯ व आतंक का साया था. जांच टीम को पीड़ित लड़कियों के परिवार के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बताया कि वे लोग इस गांव में केवल 15 घर हैं, जो बेहद गरीब और रोज कमाने खाने वाले हैं. वे लोग इस मसले पर खà¥à¤²à¤•à¤° बातचीत à¤à¥€ नहीं करना चाहते थे. जांच टीम की लगातार कोशिशों के बाद कà¥à¤›à¥‡à¤• महिलाओं ने पà¥à¤°à¥‡à¤® पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग के मामले को गलत बताना चाहा, तो उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से कà¥à¤› ने यह कहते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चà¥à¤ª करा दिया कि कà¥à¤¯à¤¾ अब सबको मरवा दोगी?
जांच टीम को बताया गया कि à¤à¤• मृतक लड़की का मोबाईल गांव के ही à¤à¤• आदमी के पास था, उसपर जब फोन किया गया तो उधर से à¤à¤¦à¥à¤¦à¥€-à¤à¤¦à¥à¤¦à¥€ गालियां दी गईं. पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने उस फोन को हासिल कर और सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ सामने लाने का कोई पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ नहीं किया. पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की à¤à¥‚मिका à¤à¥€ संदेह की घेरे में है. बहरहाल, 6 में चार लड़कियों की मौत हो चà¥à¤•à¥€ है. मगध मेडिकल कॉलेज, गया में इलाजरत à¤à¥€ बचà¥à¤šà¥€ को नहीं बचाया जा सका.
इस मामले की उचà¥à¤šà¤¸à¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ जांच, पीड़ित परिजनों को उचित मà¥à¤†à¤µà¤œà¤¾, सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ थाना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ को ततà¥à¤•à¤¾à¤² मà¥à¤…तà¥à¤¤à¤² करने, दलित टोले में कायम à¤à¤¯ के माहौल को खतà¥à¤® करने और दो जीवित बची लड़कियों के बयान दरà¥à¤œ कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ व सरकारी खरà¥à¤šà¥‡ पर उनकी पà¥à¤¾à¤ˆ व रोजगार की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ आदि मांगों पर 14 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को अमà¥à¤¬à¥‡à¤¦à¤•à¤° जयंती के अवसर पर पूरे राजà¥à¤¯ में à¤à¤ªà¤µà¤¾ व माले के बैनर से विरोध का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® किया जाà¤à¤—ा.
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