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शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का के मौजूदा हालात से पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ चिंतित है। शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का में लोगों को खाने पीने की चीजें ठीक से उपलबà¥à¤§ नहीं हो पा रही हैं। शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का à¤à¥à¤–मरी के दलदल में बà¥à¤°à¥€ तरह फंस चà¥à¤•à¤¾ है। लोग सड़कों पर उतरकर विरोध पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ कर रहे हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ समेत कà¥à¤› देशों से शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का को मदद तो मिल रही है, लेकिन वह नाकाफी साबित हो रही हैं। वहां के मौजूदा हालात पर शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का के पूरà¥à¤µ कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿà¤° सनथ जयसूरà¥à¤¯à¤¾ ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ दी है।
सनथ जयसूरà¥à¤¯à¤¾ ने कहा, “यह दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ है कि लोग इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से गà¥à¤œà¤¼à¤° रहे हैं। वे इस तरह जीवित नहीं रह सकते और विरोध करना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया है। गैस की किलà¥à¤²à¤¤ है और घंटों बिजली की आपूरà¥à¤¤à¤¿ नहीं है। लोगों ने अब शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚काई सरकार के खिलाफ विरोध करना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया है। वे सरकार को दिखा रहे हैं कि वे पीड़ित हैं। यदि संबंधित लोग इसे ठीक से संबोधित नहीं करते हैं, तो यह à¤à¤• आपदा में बदल जाà¤à¤—ा। फिलहाल इसकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सरकार की होगी।â€
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