|
अलीगॠशहर से सटे à¤à¤• गांव में बीते दिनों कोटेदार से फà¥à¤°à¥€ राशन लेने के बाद गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ जो कà¥à¤› करते दिखे, उस पर नजर डालने की जरूरत है। यहां गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ अनाज का à¤à¤• हिसà¥à¤¸à¤¾ घर ले जाने के बजाठगांव के ही à¤à¤• किराना दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¦à¤¾à¤° के यहां तौल कराते दिखे। अनाज बेचने के बाद मिली रकम से कà¥à¤› ने रोजमरà¥à¤°à¤¾ की जरूरत के समान खरीदे, तो कà¥à¤› नकद लेकर चलते बने। महज 4 घंटे में दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¦à¤¾à¤° के पास करीब दस कà¥à¤µà¤¿à¤‚टल गेहूं और चावल जमा हो चà¥à¤•à¥‡ थे।फà¥à¤°à¥€ राशन वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ ने अà¤à¥€ हाल में संपनà¥à¤¨ विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में बीजेपी को वोट दिलाà¤à¥¤ जब रोजगार न हों, तो à¤à¤¸à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का विरोध à¤à¥€ उचित नहीं। लेकिन यह à¤à¥€ देखने की जरूरत है कि वितरण के बाद इस राशन का सही उपयोग हो à¤à¥€ रहा है या नहीं।फà¥à¤°à¥€ राशन वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ ने अà¤à¥€ हाल में संपनà¥à¤¨ विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में बीजेपी को वोट दिलाà¤à¥¤ जब रोजगार न हों, तो à¤à¤¸à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का विरोध à¤à¥€ उचित नहीं। लेकिन यह à¤à¥€ देखने की जरूरत है कि वितरण के बाद इस राशन का सही उपयोग हो à¤à¥€ रहा है या नहीं।
|