समाचार ब्यूरो
01/04/2022  :  19:14 HH:MM
केजरीवाल सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक के मुरीद हुए तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन, अपने राज्य में दिल्ली की तरह बनाएंगे मॉडल स्कूल, सीएम अरविंद केजरीवाल को दिया न्यौता
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सीएम अरविंद केजरीवाल ने न्यौता स्वीकारते हुए कहा, ‘‘थिरु स्टालिन जी, वहां आना यह मेरे लिए सम्मान की बात होगी
तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन भी केजरीवाल सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक के मुरीद हैं। एम.के. स्टालिन ने आज सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ आज दिल्ली सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लिनिक का दौरा किया और कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूल बेहतरीन हैं। हम जल्द ही चेन्नई में एक विश्व स्तरीय सरकारी मॉडल स्कूल स्थापित करेंगे। मैंने अरविंद केजरीवाल को अग्रिम रूप से तमिलनाडु आने का निमंत्रण दिया है। वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनका न्यौता को स्वीकार करते हुए कहा कि शिक्षा ही एक बेहतर समाज और एक शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण में मदद कर सकती है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि आइए, हम सब मिलकर पूरे देश में शिक्षा क्रांति लाएं। दिल्ली सरकार अपने अच्छे कामों को तमिलनाडु सरकार के साथ साझा करेगी और हम भी तमिलनाडु सरकार के अच्छे कामों से सीखेंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम सभी को एक-दूसरे से सीखने की जरूरत है। यह देश तभी आगे बढ़ सकता है, जब हम सब एक-दूसरे के अच्छे विचारों से सीखें। सभी राज्यों को देश के विकास की दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है। वेस्ट विनोद नगर स्थित राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय के दौरे के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन और शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी को दिल्ली सरकार के स्कूलों में हुए क्रांतिकारी बदलाव की पूरी कहानी बताई। कभी ‘टेंट के स्कूल’ कहे जाने वाले दिल्ली के ये सरकारी स्कूल, आज इंफ्रस्ट्रक्चर, बिल्डिंग और आधुनिक सुविधाओं के मामले में प्राइवेट स्कूलों को भी मात दे रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप आज बोर्ड परीक्षा के परिणाम में भी दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है। इस दौरान तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन, शानदार बिल्डिंग के साथ आधुनिक सुविधाओं से युक्त क्लास रूम का दौरा कर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों के अंदर बढ़े आत्मविश्वास से रूबरू हुए। इस अवसर पर प्रिंसिपल सेक्रेटरी (शिक्षा) राजेश प्रसाद, शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता, डिप्टी सीएम के सेक्रेटरी सी. अरविंद और राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय की प्रिंसिपल ज्योत्सना मिंज समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। *क्लास रूम का दौरा कर बच्चों के आत्मविश्वास से प्रभावित हुए सीएम एम.के. स्टालिन* तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थिरु. एम.के. स्टालिन दिल्ली के आज सुबह करीब 11ः30 बजे राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय पहुंचे, जहां सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उनका स्वागत किया। इस दौरान स्कूली बच्चों ने गुलाब के फूल भेंट कर मुख्यमंत्री थिरु. एम.के. स्टालिन का स्कूल में आने पर स्वागत किया। सीएम एम.के. स्टालिन ने सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम को शॉल और कुछ किताबें भेंट की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी सीएम एम.के. स्टालिन और उनके साथ आए मंत्रियों को शॉल भेंट कर उनका स्वागत किया और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आने पर खुशी जाहिर की। इस दौरान सीएम एम.के. स्टालिन ने स्कूल की बिल्डिंग देखी। हैप्पीनेस क्लास को देखा और बच्चों से बात की। देशभक्ति क्लास के बच्चों से भी मिले और उनका अनुभव जाना। बिजनेस ब्लास्टर की एक टीम ने उन्हें बताया कि उन्होंने सीड मनी से काम शुरू किया और 1.50 लाख रुपए की आमदनी की है। उन्होंने 25 स्थानीय लोगों को रोजगार दिया है और तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ लोगों को भी रोजगार दिया गया है। एम.के. स्टालिन बच्चों के अंदर आए आत्म विश्वास को देखकर काफी प्रभावित हुए। फिर उन्होंने स्कूल में बने स्वीमिंग पूल को देखा और वहां ट्रेनिंग ले रहे बच्चों और उनके कोच से भी बात की। इसके बाद सीएम एम.के. स्टालिन आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक को देखने पहुंचे। क्लीनिक में आए मरीजों और डॉक्टर से बात की और सुविधाओं के बारे में जाना। *सीएम एम.के. स्टालिन ने बच्चों के सर्वांर्गीण विकास के बारे में जाना* राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय का दौरा के दौरान तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन ने जानने की कोशिश की कि कैसे बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। इस पर अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सरकार राज्य के कुल बजट का करीब 25 फीसद बजट शिक्षा पर खर्च कर रही है। शिक्षा मंत्री लगातार शिक्षा में सुधार को लेकर समीक्षा करते हैं। स्कूलों का दौरा करते हैं। स्कूलों की बिल्डिंग ही नहीं, बच्चों को कैसे और क्या पढ़ाया, इस पर भी लगातार समीक्षा की जाती है। स्कूल के बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बहुत ही अच्छा तालमेल है। दिल्ली सरकार के 500 से अधिक विद्यार्थी हर साल जेई मेन्स के लिए क्वालीफाई कर रहे हैं। इस साल प्राइवेट स्कूलों से करीब 3.5 लाख बच्चों ने नाम कटवा कर दिल्ली सरकार के स्कूलों में एडमिशन लिया है। शिक्षकों को कैम्ब्रिज आईआईएम जैसे बड़े-बड़े संस्थानों में भेजकर प्रशिक्षण दिया जाता है। *दिल्ली सरकार के स्कूलों में सुधार लाने के लिए तीन स्तरीय कार्य किए- अरविंद केजरीवाल* इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन को बताया कि हमने दिल्ली सरकार के स्कूलों में सुधार लाने के लिए तीन स्तरीय कार्य किए। पहले स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत खराब थे। स्कूलों की बिल्डिंग की हालत दयनीय थी, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं थी। स्कूलों में पीने का पानी भी उपलब्ध था। शौचालय बहुत गंदे और खराब हालत में थे। हम लोगों ने तय किया कि शिक्षा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर सुधार करने के लिए बजट को बढ़ाना होगा। इसलिए हमने राज्य के कुल बजट का 25 फीसद बजट शिक्षा पर खर्च करने का फैसला किया। हमने स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को ठीक करने का निर्णय लिया। साथ ही, साफ-सफाई, सुरक्षा, पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं को हम लोगों ने सबसे पहले उपलब्ध कराया। इससे पूरे सिस्टम के अंदर विश्वास का संचार हुआ। इसके बाद हम लोगों ने पुरानी जर्जर बिल्डिंग्स को गिरा कर उसके स्थान पर नई बिल्डिंग का निर्माण कराना शुरू किया। स्कूलों में स्वीमिंग पूल तक बनाया।






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