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परीकà¥à¤·à¤¾ पे चरà¥à¤šà¤¾ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अंतरà¥à¤—त पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी ने देश-विदेश के करोड़ों छातà¥à¤° शिकà¥à¤·à¤• और अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ से संवाद न केवल सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया बलà¥à¤•à¤¿ उनके पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ का à¤à¥€ यथोचित उतà¥à¤¤à¤° दिया | इस अवसर का लाठउठाने वालों में केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, जवाहरनगर, सूतिहारा के छातà¥à¤°, शिकà¥à¤·à¤• और अनà¥à¤¯ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€à¤—ण à¤à¥€ थे| विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के बीच पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मोदी के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को लेकर पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ काल से ही विशेष उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ और चहल-पहल का माहौल था | विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में à¤à¥€ कà¥à¤² चार अलग-अलग जगहों पर पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤° के माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी के इस विशेष कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को दिखाने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की गई थी जहां विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की अलग-अलग ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं के सà¤à¥€ छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी को सà¥à¤¨à¤¾ और उनका लाठउठाया | पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी को सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हà¥à¤ कई बार बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ ने तालियां à¤à¥€ बजाई और तो कई बार ठहाके à¤à¥€ लगाà¤à¤‚ साथ ही वे बड़े धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी को सà¥à¤¨ à¤à¥€ रहे थे | कई बचà¥à¤šà¥‡ इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की à¤à¥‚री-à¤à¥‚री पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा à¤à¥€ करते दिखे | कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के संदरà¥à¤ में विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ नरेश बाबू अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² का विचार था कि कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® अतà¥à¤¯à¤‚त उपयोगी जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤°à¥à¤§à¤• तथा वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ के साथ-साथ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• जीवन दरà¥à¤¶à¤¨ को à¤à¥€ समेटे हà¥à¤ था | पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी ने ना सिरà¥à¤« बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की सामानà¥à¤¯ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान सà¥à¤à¤¾à¤¯à¤¾ बलà¥à¤•à¤¿ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पढ़ाई व परीकà¥à¤·à¤¾ से संबंधित तनाव पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन के à¤à¥€ कई हà¥à¤¨à¤° छातà¥à¤° छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को सिखाया | निशà¥à¤šà¤¯ ही पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी का बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिठकिया गया पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ न केवल उनके छातà¥à¤° जीवन के लिठबलà¥à¤•à¤¿ उनके नागरिक जीवन के लिठà¤à¥€ अतà¥à¤¯à¤‚त जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤°à¥à¤§à¤• और उपयोगी होगा |
इस मौके पर शिकà¥à¤·à¤• à¤à¤¸.सी.साहू, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• à¤à¤®.के. मिशà¥à¤°, सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° शिकà¥à¤·à¤• à¤.à¤à¤¨. चौबे, मानस कà¥à¤®à¤¾à¤°,पà¥à¤°à¤à¤¾à¤¤ कà¥à¤®à¤¾à¤°, रामा सिनà¥à¤¹à¤¾, मो नदीम अहमद, गौरी मितà¥à¤°à¤¾, संतोष कà¥à¤®à¤¾à¤°, आलोक कà¥à¤®à¤¾à¤°, दलजीत, पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€, राम पà¥à¤•à¤¾à¤° समेत विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के सà¤à¥€ छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾, शिकà¥à¤·à¤• और करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे |
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