|
सीडीà¤à¤¸ रावत के आदेश पर हो रही है विशेष माउंटेन सरà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤µà¤² टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग* !हाई à¤à¤²à¥à¤Ÿà¤¿à¤Ÿà¥‚ड वारफ़ेयर सà¥à¤•à¥‚ल में तैयार होते हैं सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ हेलà¥à¤¥à¤•à¥‡à¤¯à¤° के माउंटेन वॉरियर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेना देगी “सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾â€ को ARMY WARFARE SCHOOL, कशà¥à¤®à¥€à¤° में कड़ा पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ !हिमालय के दà¥à¤°à¥à¤—म कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में मेडिकल सेवा देने के लिठपà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड मेडिकल सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ के वॉलंटियरà¥à¤¸ के लिठनव वरà¥à¤· में हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड वारफेयर सà¥à¤•à¥‚ल गà¥à¤²à¤®à¤°à¥à¤— में सैनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के मौका मिलने वाला है। इस टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग सतà¥à¤° में सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ माउंटेन वॉरियरà¥à¤¸ को कठिन परिसà¥à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ बैटल फीलà¥â€à¤¡ व à¤à¤µà¤²à¤¾à¤‚च रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ में बेहद कठिन पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दिया जाà¤à¤—ा ! हिमसà¥à¤–लन में रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ करने वाली टीम होती है बेहद खास, à¤à¤• टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€ पर खरà¥à¤š होते हैं लाखों रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ ! जहां जिंदा रहने के कम साधन होते हैं, परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ करने के लिठà¤à¤• टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€à¤œà¤¼ को विशेष टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग से गà¥à¤œà¤°à¤¨à¤¾ पड़ता है। इसे सरà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤µà¤² टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग कहा जाता है। इस दौरान हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ गला देने वाली ठंड में अपने बचाव का तरीका à¤à¥€ बताया जाता है।
सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ हेलà¥à¤¥à¤•à¥‡à¤¯à¤° के मà¥à¤–à¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ अधिकारी डॉकà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ ने हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग के विषय में बताया कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सबसे ऊंचे इंडियन आरà¥à¤®à¥€ हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड वारफेयर सà¥à¤•à¥‚ल गà¥à¤²à¤®à¤°à¥à¤— में मेडिकल सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवकों को पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दिलवाने का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ उनमें कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ का विकास कराना है। जिससे वे परà¥à¤µà¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की कठिन परिसà¥à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और वातावरण में होने वाले परिवरà¥à¤¤à¤¨ से अवगत होकर सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ रूप से मेडिकल सेवाओं को दे सकें। हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड वारफेयर सà¥à¤•à¥‚ल गà¥à¤²à¤®à¤°à¥à¤— से पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने वाले पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥à¤“ं को माउंटेन वॉरियरà¥à¤¸ या वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿ डेविलà¥à¤¸ à¤à¥€ कहा जाता है। गà¥à¤²à¤®à¤°à¥à¤— में यह टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग 15 दिनों तक चलेगी व उसके पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥à¤“ं को सरà¥à¤Ÿà¥€à¤«à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किठजाà¤à¤‚गे।
डॉ. à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ ने बताया कि इस टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग कोरà¥à¤¸ में वॉलंटियरà¥à¤¸ को सरà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤µà¤² टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग इन माउंटेन का पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ à¤à¥€ दिया जाà¤à¤—ा, जिसमें à¤à¤• टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥€ को इगà¥à¤²à¥‹ (बरà¥à¤« से बना घर) में रहना पड़ता हैं। जहां उसका खाना-पीना सब बरà¥à¤« में ही बनता है और इसी में रहना पड़ता है। इसके अलावा पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ को बरà¥à¤« से ढकी ऊंची परà¥à¤µà¤¤ चोटियों पर सà¥à¤•à¥€à¤‡à¤‚ग का पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दिया जाà¤à¤—ा। वहीं, हिमसà¥à¤–लन के दौरान लोगों को तà¥à¤µà¤°à¤¿à¤¤ सहायता पहंà¥à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ के लिठरेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ आयामों के साथ साथ लोगों को बचाने और उनके लिठअसà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ शेलà¥à¤Ÿà¤° के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दी जाने वाली मेडिकल सहायता के बारे में विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से बताया जाà¤à¤—ा। यहाठहिमà¥à¤®à¤¤ बताई नहीं, दिखाई जाती है और जो कà¥à¤› à¤à¥€ करो à¤à¤• जूनà¥à¤¨ के साथ करो वरना मत करो..!!
सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ हेलà¥à¤¥à¤•à¥‡à¤¯à¤° के सीईओ ने बताया कि टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग में पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥à¤“ं को सà¥à¤•à¥€à¤‡à¤‚ग, सà¥à¤¨à¥‹ शूज, शॉवेल, वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿ सà¥à¤ªà¥‡à¤¶à¤² डà¥à¤°à¥‡à¤¸, ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ सिलेंडर, à¤à¤¡à¥€à¤µà¥€ ( à¤à¤µà¤²à¤¾à¤‚च विकà¥à¤Ÿà¤¿à¤® डिटेकà¥à¤Ÿà¤°), वॉकी टॉकी, à¤à¤µà¤²à¤¾à¤‚च सरà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤µà¤² बॉल जैसे उपकरणों का उपयोग करना सिखाया जाà¤à¤—ा। उकà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ à¤à¤• पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ को माइनस 60 डिगà¥à¤°à¥€ तापमान और 35 फीट बरà¥à¤« में रहने के लिठसकà¥à¤·à¤® बना देती है। जो सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ की कारà¥à¤¯à¤°à¥à¤¶à¤²à¥€, किसी à¤à¥€ समय, कहीं à¤à¥€, किसी à¤à¥€ वातावरण में और कितनी à¤à¥€ ऊंचाई पर वाले कथन को सà¥à¤¦à¥ƒà¤¢à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करेगी। बता दें कि इससे पहले à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेना के अरà¥à¤¦à¥à¤§ सैनिक बल सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¤¯à¥‚ड मेडिकल सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ टीम को माउंटेन रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ का पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दे चà¥à¤•à¤¾ है। गत वरà¥à¤· सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¤¯à¥‚ड मेडिकल सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥€ केदारनाथ धाम में सबसे लंबी मेडिकल सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की जो छह महीने तक चली। इस दौरान के सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ के चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 15,000 (पंदà¥à¤°à¤¹ हजार ) तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मेडिकल सेवा दी।
आशीष शरà¥à¤®à¤¾, सीनà¥à¤¯à¤° अधिकारी - सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ ने बताया की, अगर ना संघरà¥à¤· न तकलीफ तो कà¥à¤¯à¤¾ मज़ा है जीने में, बड़े बड़े तूफ़ान थम जाते हैं जब आग लगी हो सीने में..!! सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ का तो काम ही है ख़तरों से खेलना ! जाते जाते जनरल रावत सर मà¥à¤à¥‡ अचà¥à¤›à¥€ निशानी दे गया है और मैं उमà¥à¤° à¤à¤° दोहराऊà¤à¤—ा à¤à¤¸à¥€ कहानी दे गया…!! हर सांस देश के नाम करने वाले वीर जनरल रावत ने हमें राह दिखाई है, अब उनकी दी हà¥à¤ˆ विरासत को हम आगे बà¥à¤¾à¤à¤‚गे !
टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग कोमà¥à¤®à¥‹à¤‚डोर à¤à¤¾à¤°à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा की, इजरायल की तरà¥à¤œ पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ में “जांबाज जरनल रावत का यह कà¥à¤°à¤¾à¤‚तिकारी कदम है, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लीक से हटकर…देश में पहली बार सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ के सिविलीयन डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ को मिलिटà¥à¤°à¥€- टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग देने की अनूठी पहल की थी ! आज सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ टीम को 'टूर ऑफ डà¥à¤¯à¥‚टी' करवाने के जरनल साहिब को कोटि -कोटि नमन करते हैं !
सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड मेडिकल सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ देश की à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° à¤à¤¸à¥€ ससà¥à¤¥à¤¾ है, जो सरकार और किसी à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ विशेष से कोई आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहायता नहीं लेती है। संसà¥à¤¥à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संचालित मेडिकल सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ अब तक विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ मेडिकल कैमà¥à¤ªà¥‹à¤‚ में 68,370 पीड़ितों का इलाज किया जा चà¥à¤•à¤¾ है। संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ टीम ने कैलाश मानसरोवर यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान सिकà¥à¤•à¤¿à¤® के डोलà¥à¤®à¤¾ पास में 19,500 फीट की ऊंचाई पर चिकितà¥à¤¸à¤¾ शिविर लगाया था, जिसमें संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की टीम ने 750 से अधिक पीड़ितों को चिकितà¥à¤¸à¤¾ सहायता दी थी। इसके अलावा 2015 में नेपाल में आठà¤à¥€à¤·à¤£ विनाशकारी à¤à¥‚कंप में गोरखा जिले में सिकà¥à¤¸ सिगà¥à¤®à¤¾ हाई ऑलà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड मेडिकल सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ टीम ने सबसे पहले पहà¥à¤‚चकर आपदा से पीड़ित 1700 से अधिक लोगों की सहायता की थी। इसके अलावा 2014 में शà¥à¤°à¥€ अमरनाथ यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान 11,290 शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को चिकितà¥à¤¸à¤¾ सेवा देकर उनको नवजीवन पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया था।
|