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आमतौर पर लोग छोटी मोटी समसà¥à¤¯à¤¾ सामने आने पर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ थानों तक जाने से हिचकते हैं और कई बार यही समसà¥à¤¯à¤¾ बड़ा रà¥à¤ª ले लेती है। आमजनों को थाने न जाना पड़े और उनकी समसà¥à¤¯à¤¾ का निपटारा हो जाà¤, इसके लिठछतà¥à¤¤à¥€à¤—सढ़ के कोरबा जिले की पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने अà¤à¤¿à¤¨à¤µ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया है। यह बदलती पà¥à¤²à¤¿à¤¸ का संदेश है, जो घर-घर दसà¥à¤¤à¤• दे रही है और लोगों की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का निपटारा कर रही है। अपराध के बाद अपराधी को सजा न मिलने और समसà¥à¤¯à¤¾ का बेहतर समाधान न होने की बड़ी वजह पà¥à¤²à¤¿à¤¸ और आमजन की दूरी रही है। इस दूरी को कम करने की दिषा में कोरबा पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की पहल चरà¥à¤šà¤¾à¤“ं में हैं। कोरबा पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने इसके लिठ'तà¥à¤‚हर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ तà¥à¤‚हर दà¥à¤µà¤¾à¤°' कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® शà¥à¤°à¥‚ किया है। इस अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• à¤à¥‹à¤œà¤°à¤¾à¤® पटेल खà¥à¤¦ गांव की गलियांे तक पहà¥à¤‚च रहे हैं और लोगों की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को निदान किया जा रहा है। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ आमजन को यह à¤à¥€ संदेश दे रही है कि रंग वही है मगर ढंग बदला है पà¥à¤²à¤¿à¤¸ का।
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