समाचार ब्यूरो
27/03/2022  :  19:47 HH:MM
2018 में अरविन्द केजरीवाल द्वारा ग्रीन बजट पेश किया गया था लेकिन उसके बाद से दिल्ली लगातार चौथी बार सबसे प्रदुषित राजधानी बनी -चौ. अनिल कुमार
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दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि विधानसभा में पेश किए गएदिल्ली बजट-2022 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द ने गरीबों के लिए कोई खास प्रावधान नहीं किएहै उन्होंने इस बजट को दलित विरोधी बताते हुऐ मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के खोखले वादों कीपोल खोली। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में अरविन्द केजरीवाल द्वारा ग्रीन बजट पेश किया गया था लेकिन उसके बाद से दिल्ली लगातार चौथी बार सबसे प्रदुषित राजधानी बनी। उन्होने कहा कि कांग्रेसने युवाओं के वोट देने की न्युनतम उम्र 18 की थी और केजरीवाल ने शराब पीने की उम्र 21 की है इससेसाबित होता है कि केजरीवाल की योजनाएं जन विरोधी है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को भाजपाकी बी टीम बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से जनता के साथ खड़ी रही है और आगे भीखड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाथ जनता के साथ। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि वित्त मंत्री मनीष सिसोदियाद्वारा विधानसभा में पेश किए गए दिल्ली बजट-2022 को 2015 की तुलना में, बढ़कर 76,000 करोड़ हो गया है जबकि 2015 में यही बजट 31,000 करोड़ रुपये था लेकिन तब भी न तो राजधानीके बुनियादी ढांचे में कोई सुधार हो सका और ना ही लोगों के जीवन में कोई परिवर्तन हुआ लेकिनमुख्यमंत्री अरविंद अपने अधूरे झूठे वायदों के लिए खुद की पीठ ठप थापते रहते हैं। उन्होंने कहा किरोजगार बजट में पांच साल में 20 लाख नई नौकरियां पैदा करने का वादा किया गया है, हालांकिमुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आठ साल पहले 8 लाख नौकरियां पैदा करने का आश्वासन अभीतक पूरा नहीं हुआ है। आज स्वामी श्रद्धानन्द महाविद्यालय के सामने अलीपुर में रोहिणी जिला कांग्रेस कमेटी के अधिवेशनको संबोधित करते हुए चौ. अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद का सफ़ेद झूठ सामने आया हैजिसमें मुख्यमंत्री अरविन्द ने दावा किया है कि उनकी सरकार ने शहर के युवाओं के लिए 12 लाखनौकरियां देने वाला वयान सरासर झूठ है क्योंकि आरटीआई जानकारी के अनुसार, पिछले 8 वर्षों मेंकेवल 440 नौकरियां दी है जबकि दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में 22,000 अतिथि शिक्षकऔर एक लाख से अधिक संविदा कर्मचारी अभी भी अपनी नौकरियों के नियमित होने की प्रतीक्षा कररहे हैं। उन्होंने कहा कि 20,000 से अधिक आंगनबाडी कार्यकर्ता और सहायिका पिछले कई महीनोंसे वेतन वृद्धि और न्यूनतम मजदूरी निर्धारित करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही हैं, लेकिनअरविंद सरकार ने उनकी मांगों को मानने की वजाय केवल उन्हें परेशान और प्रताड़ित किया है। आज के इस डिजिटल सदस्यता अभियान सम्मेलन में भाग लेने वालों में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटीके अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार के अलावा पूर्व सांसद उदित राज, पूर्व विधायक चरन सिंह कण्डेरा, जिला अध्यक्ष विशाल मान, नगम पार्षद राजेन्द्र बागड़ी, डा. नरेश कुमार, दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेसअध्यक्षा अमृता धवन, पूर्व निगम पार्षद अरूना देवी, देवेन्द्र कुमार काकू, शम्भु शर्मा, प्रदीप पाण्डेय, चरनजीत राय, राजू यादव, सुशान्त मिश्रा, मंजू कुमार आदि मौजूद थे। चौ. अनिल कुमार ने कहा कि राजधानी की जहरीली हवा और प्रदूषित यमुना नदी की सफाई का कामपिछले सात साल से चल रहा है और अब अरविंद केजरीवाल ने इस कार्य की समय सीमा अगलेविधानसभा चुनाव तक की बढ़ा दी है, जिससे साबित होता है कि ज्यादातर बजट प्रस्ताव बिना कागजीकार्रवाई के लंबित हैं।






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