तनज़ीमà¥à¤² मकातिब के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤•, तहरीक ठदीनदारी के मà¥à¤–िया मौलाना सयà¥à¤¯à¤¦ गà¥à¤²à¤¾à¤® असकरी त०स० के निधन के दिन रात में 8 बजे गोलागंज सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ संसà¥à¤¥à¤¾ तनज़ीमà¥à¤² मकातिब परिसर में मजलिसे तरहीम आयोजित हà¥à¤ˆà¥¤
जामिया इमामिया के छातà¥à¤° मौलवी सà¥à¤¹à¥ˆà¤² मिरà¥à¤œà¤¼à¤¾ ने पवितà¥à¤° कà¥à¤°à¤†à¤¨ से मजलिस का आगाज़ किया उसके बाद मौलवी अली मोहमà¥à¤®à¤¦ और मौलवी मोहमà¥à¤®à¤¦ सादिक ने मौला की बारगाह में मंज़ूम नज़राने अकीदत पेश किया।
तनज़ीमà¥à¤² मकातिब के सचिव मौलाना सयà¥à¤¯à¤¦ सफी हैदर ज़ैदी ने दà¥à¤† ठइफà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के जà¥à¤®à¤²à¥‡: "खà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¤¾! हम à¤à¤• अचà¥à¤›à¥€ सरकार की कामना करते हैं जिसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तू इसà¥à¤²à¤¾à¤® और इसà¥à¤²à¤¾à¤® के लोगों का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करता है और पाखंडियों और पाखंड के लोगों को अपमानित करता है और हमें उन लोगों की शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ में रखता है जो तेरी आजà¥à¤žà¤¾ का पालन करते हैं। अपने मारà¥à¤— पर आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ और मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ करते हैं और इसके माधà¥à¤¯à¤® से हमें अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ देते हैं इस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और उसके बाद की महानता और बà¥à¤œà¤¼à¥à¤°à¥à¤—ी अता करे †उसने पहले नबियों और रसूलों को à¤à¥‡à¤œà¤¾ और फिर इमामों को à¤à¥‡à¤œà¤¾ ताकि अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ का शà¥à¤¦à¥à¤§ संदेश मनà¥à¤·à¥à¤¯ को पता चले और वह उसका पालन करें ईशà¥à¤µà¤° ने हमें अंतिम पैगंबर का अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ बनाया यानि हमारे पास अंतिम आसमानी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पवितà¥à¤° कà¥à¤°à¤†à¤¨ और अंतिम शरीअत कानून है इसलिठहमारे पास अधिक ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ हैं। हमारे सामने बारह इमामों की जीवनी है कि विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में कैसे रहना है।
मौलाना सयà¥à¤¯à¤¦ सफी हैदर ज़ैदी ने कहा जहां कहीं से à¤à¥€ ईशà¥à¤µà¤° और पैगंबर की बात होती है वह मिमà¥à¤¬à¤° होता है। शाम में गà¥à¤¨à¤¾à¤¹à¥‹à¤‚ की बात हà¥à¤ˆ, ईशà¥à¤µà¤° और पैगंबर से हट कर बात हà¥à¤ˆ तो इमाम सजà¥à¤œà¤¾à¤¦ अ० स० ने मिमà¥à¤¬à¤° के आकार के होते हà¥à¤ à¤à¥€ उसे लकड़ी कहा।
तनज़ीमà¥à¤² मकातिब के सचिव ने कहा "इंतेज़ार करने का मतलब यह नहीं है कि हम हाथ में हाथ रख कर बैठें रहें बलà¥à¤•à¤¿ उसकी तयà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ करें ताकि जब मौला आà¤à¤‚ तो हम उनके साथ रहकर उनकी सेवा कर सकें।" मौलाना सयà¥à¤¯à¤¦ गà¥à¤²à¤¾à¤® असकरी र० अ० ने यही संदेश दिया था उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा था कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की हर समसà¥à¤¯à¤¾ का इलाज धरà¥à¤® के पालन में है।
इसी सिलसिले में सà¥à¤¬à¤¹ 8 बजे लखनऊ ज़िले के बिजनौर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ खतीबे आज़म की मकबरे पर मजलिस आयोजित हà¥à¤ˆ जिसको मजलिसे इंतेज़ाम तनज़ीमà¥à¤² मकातिब के सदसà¥à¤¯ मौलाना सयà¥à¤¯à¤¦ सबीहà¥à¤² हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨ रिज़वी ने संबोधित किया जिसमे जामिया इमामिया के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ और शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के अलावा तनज़ीमà¥à¤² मकातिब के कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ शामिल हà¥à¤à¥¤