|
सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ के अमृत महोतà¥à¤¸à¤µ के उपलकà¥à¤·à¥à¤¯ में संसà¥à¤•à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤® सेनानियों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लोगों में जागरूकता पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ करने की दृसà¥à¤Ÿà¤¿ से "कला संकà¥à¤²" में महान आदिवासी सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी "बिरसा मà¥à¤‚डा" के जीवन पर आधारित नाटक "उलगà¥à¤²à¤¾à¤¨" की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ का सफल आयोजन किया गया, जिसमें देश के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के 34 बाल कलाकारों ने पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी। नाटà¥à¤¯ विधा संयोजक शà¥à¤°à¥€ अवतार साहनी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ""पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिये गठसà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ के अमृत महोतà¥à¤¸à¤µ के अंतरà¥à¤—त संसà¥à¤•à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ के दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ पूरे वरà¥à¤· सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ आंदोलन के गà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤® सेनानियों के योगदान को रेखांकित करने और उनका पà¥à¤£à¥à¤¯ सà¥à¤®à¤°à¤£ करने के कà¥à¤°à¤® में अपनी सà¤à¥€ विधाओं की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ करेंगे ताकि आमजन उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जान सके। इस कड़ी में नाटà¥à¤¯ विधा का यह पहला कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® है, à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में नाटà¥à¤¯ विधा दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ à¤à¤¸à¥€ ही अनेक पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ देगी। " "नाटक के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤• à¤à¤µà¤‚ सूतà¥à¤°à¤§à¤¾à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ नाटà¥à¤¯à¤§à¤°à¥à¤®à¥€ रोहित तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° "सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ के अमृतमहोतà¥à¤¸à¤µ के उपलकà¥à¤·à¥à¤¯ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ नाटà¥à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के सà¥à¤à¤¾à¤µ पर "आदिवासी नेता बिरसा मà¥à¤‚डा " पर नाटक बनाने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ मिली। जिसका हमने अलग अलग किताबो à¤à¤µà¤‚ उपलबà¥à¤§ ऎतिहासिक जानकारियों का समनà¥à¤µà¤¯ कर "उलगà¥à¤²à¤¾à¤¨" नाटक की संकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की उसमे विशेषरूप से कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¤ªà¥à¤°à¥€-तà¥à¤°à¤¿à¤²à¥‹à¤•à¤ªà¥à¤°à¥€ के गरीब वरà¥à¤— (सà¥à¤²à¤® कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के बचà¥à¤šà¥‹ का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ किया गया। नाटक के सà¤à¥€ 34 बाल कलाकार सà¥à¤•à¥à¤² में पà¥à¤¨à¥‡ वाले है जिनकी आयॠ10 से लेकर 15 वरà¥à¤· तक की है, जो की कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¤ªà¥à¤°à¥€-तà¥à¤°à¤¿à¤²à¥‹à¤•à¤ªà¥à¤°à¥€ के सà¥à¤²à¤® कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से आते है।बिरसा मà¥à¤‚डा का पातà¥à¤° बने विनय कà¥à¤®à¤¾à¤° 15 वरà¥à¤· के हैं, जो ओपन यूनिवरà¥à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ से 12 की पढाई कर रहे हैं। उनके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° " पहले उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बिरसा मà¥à¤‚डा के बारे में कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं पता था पर जब उनके बारे में पता चला तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गरà¥à¤µ हà¥à¤† वो à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ का पातà¥à¤° निà¤à¤¾ रहे है, जिनको आदिवासी अपने à¤à¤—वान के रूप में मानते है। वह संसà¥à¤¥à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिठजा रहे पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ सहयोग से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होकर अब थिà¤à¤Ÿà¤° कलाकार के रूप में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होना चाहते है। "उलगà¥à¤²à¤¾à¤¨" के बारे में:- यह नाटक बिरसा मà¥à¤‚डा के बारे में है, जो मà¥à¤‚डा जनजाति के थे और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® के सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी, धारà¥à¤®à¤¿à¤• नेता और लोकनायक थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ राज के दौरान 19वीं शताबà¥à¤¦à¥€ के अंत में बंगाल पà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤‚सी (अब à¤à¤¾à¤°à¤–ंड) में पैदा हà¥à¤ à¤à¤• आदिवासी धारà¥à¤®à¤¿à¤• सहसà¥à¤°à¤¾à¤¬à¥à¤¦à¥€ आंदोलन का नेतृतà¥à¤µ किया, जिससे वह à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ आंदोलन के इतिहास में à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ बन गà¤à¥¤ विदà¥à¤°à¥‹à¤¹ मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से खूंटी, तामार, सरवाड़ा और बंदगांव के मà¥à¤‚डा बेलà¥à¤Ÿ में केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ था। बिरसा को ईसाई मिशनरियों को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देने और मà¥à¤‚डा और उरांव समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ-साथ धरà¥à¤®à¤¾à¤‚तरण गतिविधियों के विरà¥à¤¦à¥à¤§ विदà¥à¤°à¥‹à¤¹ करने के लिठजाना जाता है।
|