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उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में इस दफा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ के विजयी विधायकों से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बहà¥à¤œà¤¨ समाज पारà¥à¤Ÿà¥€ के उस विधायक की चरà¥à¤šà¤¾ रही जिसने जीत हासिल कर पारà¥à¤Ÿà¥€ की नाक बचाई। इस दफा बसपा के मामले में राजनीतिक पंडितों का आकलन था कि बसपा ने अगर कम-से-कम सीटें à¤à¥€ हासिल कीं तो à¤à¥€ वह 20 से 40 के बीच सीटें जीतने में कामयाब होगी। लेकिन पारà¥à¤Ÿà¥€ को à¤à¤¸à¥€ हार मिली जिसकी उमà¥à¤®à¥€à¤¦ किसी को à¤à¥€ नहीं थी। पारà¥à¤Ÿà¥€ सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤®à¥‹ मायावती इसका ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को बता रही हैं। वह यह à¤à¥€ बोल रही हैं कि मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने इस इलेकà¥à¤¶à¤¨ में वोट देने में गलती की।बसपा के हिसà¥à¤¸à¥‡ सिरà¥à¤« à¤à¤• सीट बलिया ज़िले की रसड़ा विधानसà¤à¤¾ आई, जहां से दो बार के विधायक रहे उमाशंकर सिंह जीते हैं। चà¥à¤¨à¤¾à¤µ दर चà¥à¤¨à¤¾à¤µ बसपा का वोट बैंक दरकता चला गया। साल 2017 की अपेकà¥à¤·à¤¾ इन चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में पारà¥à¤Ÿà¥€ को दस फीसदी कम वोट मिले जबकि 2017 में पारà¥à¤Ÿà¥€ को 22 फीसदी से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ वोट मिले थे। मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के सिर हार का ठीकरा फोड़नेवाली मायावती की चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ने की गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ इस बात से समà¤à¥€ जा सकती है कि वह चà¥à¤¨à¤¾à¤µ से मातà¥à¤° 8 दिन पहले चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ रैली के लिठघर से निकलीं। सिरà¥à¤« साल 1993 से लेकर साल 2007 में ही पारà¥à¤Ÿà¥€ ने वोट लेने में बढ़त हासिल की उसके बाद लगातार पारà¥à¤Ÿà¥€ का वोट बैंक दरकता चला गया। कहा तो यह à¤à¥€ जा रहा है कि बहन जी ने अपने फायदे के लिठपूरे दलित समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ की असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ को संघ की चौखट पर नीलाम कर दिया। मनà¥à¤µà¤¾à¤¦à¥€ विचारधारा के तथाकथित दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ बहस का विषय मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ को ही कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बना रहे हैं? बाकी जातियों और धरà¥à¤®à¥‹à¤‚ के लोगों की आखिर इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चिंता कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं है? देखा जाठतो मायावती इलेकà¥à¤¶à¤¨ à¤à¤° तो बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ वोट जà¥à¤Ÿà¤¾ रही थीं अब उनको लेकर शिकायत कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं है?
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