समाचार ब्यूरो
01/02/2022  :  11:17 HH:MM
होयसल मंदिरों के पवित्र स्मारकों को विश्व विरासत सूची में शिलालेखन के लिए शामिल किया जाना लिए भारत के लिए एक महान क्षण है : जी किशन रेड्डी
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कर्नाटक में बेलूर, हलेबिड और सोमनाथपुरा के होयसल मंदिरों को वर्ष 2022-2023 के लिए विश्व धरोहर के रूप में विचार करने के लिए भारत के नामांकन के रूप में शामिल किया गया है। होयसल के ये पवित्र स्मारक 15 अप्रैल, 2014 से संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की संभावित सूची में हैं और मानव रचनात्मक प्रतिभा के उच्चतम बिंदुओं में से एक का प्रतिनिधित्व करने के साथ ही और भारत की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की गवाही भी देते हैं।

अब पहला कदम विश्व धरोहर केंद्र में आवश्यक प्रपत्रों को जमा करना है जो उसकी तकनीकी जांच करेगा। यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधि श्री विशाल वी शर्मा ने आज 31 जनवरी, 2022 को औपचारिक रूप से यूनेस्को, विश्व धरोहर के निदेशक, श्री लाज़ारे एलौंडौ को औपचारिक रूप से नामांकन प्रस्तुत किया हैI

एक बार प्रपत्र जमा हो जाने के बाद यूनेस्को मार्च की शुरुआत में वापस सम्पर्क  करेगा। उसके बाद सितंबर/अक्टूबर 2022 में स्थानीय मूल्यांकन होगा और जुलाई/ अगस्त 2023 में डोजियर पर विचार किया जाएगा ।








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