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नयी दिलà¥à¤²à¥€- दिलà¥à¤²à¥€ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अरविंद केजरीवाल ने राजधानी की हवा
और पानी को शà¥à¤¦à¥à¤§ बनाने में à¤à¤¾à¤—ीदार बनने के लिठलोगों से आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते कहा कि इसे
हम सब मिलकर à¤à¤• जन आंदोलन बनाà¤à¤‚गे।
शà¥à¤°à¥€ केजरीवाल ने विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस के अवसर पर सोमवार को
à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में कहा, “ जब-जब हम विकास की बात करते
हैं तो माना जाता है कि विकास के साथ-साथ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण à¤à¥€ होगा। विकास होगा तो पेड़ काटे
जाà¤à¤‚गे, धूल-मिटà¥à¤Ÿà¥€ उड़ेगी, निरà¥à¤®à¤¾à¤£
होगा। हम 50 साल से विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस
मना रहे हैं, लेकिन इन 50 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚
में पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के अंदर पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण कम होने के बजाय बà¥à¤¾ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¥€ किसी शहर, कसà¥à¤¬à¤¾
या गांव को देंखे तो हर जगह पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण बà¥à¤¾ है लेकिन पूरे देश में दिलà¥à¤²à¥€ के अंदर
पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण घटा है। पिछले आठसालों में दिलà¥à¤²à¥€ के अंदर विकास की गति कम नहीं हà¥à¤ˆ है।
विकास खूब तेज गति से हो रहा है। सà¥à¤•à¥‚ल, असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤², सड़कें, फà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¤“वर
सब बन रहे हैं, लेकिन पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण बà¥à¤¨à¥‡ के बजाय
कम हà¥à¤† है। हम लोगों ने दिलà¥à¤²à¥€ के दो करोड़ लोगों के साथ मिलकर विकास की गति कम
नहीं होने दी और साथ ही पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण को à¤à¥€ कम किया है।â€
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि 2016 के
मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ 2022 में पीà¤à¤®-2.5 और
पीà¤à¤®-10 में 30 फीसदी
की कमी आई है। 2016 में 26 दिन à¤à¤¸à¥‡
थे, जब दिलà¥à¤²à¥€ गैस चैंबर बन गई थी और सांस लेना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² था, लेकिन 2022 केवल छह
दिन à¤à¤¸à¥‡ थे, जब दिलà¥à¤²à¥€ में पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण का
सà¥à¤¤à¤° खराब था। पूरी उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है कि दिलà¥à¤²à¥€ वाले मिलकर पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण के ये छह दिन à¤à¥€ खतà¥à¤®
कर देंगे और आने वाले सालों में à¤à¤• à¤à¥€ दिन खराब नहीं होगा।
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा, “मैं
पूरे देश में घूमता हूं। सारे बड़े-बड़े शहरों में जाता हूं लेकिन सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾
हरियाली दिलà¥à¤²à¥€ के अंदर दिखाई देती है। दिलà¥à¤²à¥€ बहà¥à¤¤ ही हरा-à¤à¤°à¤¾ शहर है। दिलà¥à¤²à¥€
अकेला शहर है, जहां पेड़ों की संखà¥à¤¯à¤¾ बà¥à¤¤à¥€
जा रही है। 2013 में दिलà¥à¤²à¥€ के कà¥à¤² कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¤«à¤²
के 20 फीसद जमीन पर पेड़ थे और 2023 में 23 फीसद हो
गया है। इसका कारण यह है कि हम लोग बहà¥à¤¤ बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में पौधे लगाते हैं। इस बार à¤à¥€
दिलà¥à¤²à¥€ सरकार ने दिलà¥à¤²à¥€à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के साथ मिलकर पूरी दिलà¥à¤²à¥€ में 52 लाख
पौधे लगाने का लकà¥à¤·à¥à¤¯ रखा है।â€
शà¥à¤°à¥€ केजरीवाल ने कहा कि दिलà¥à¤²à¥€ के अंदर उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों में पहले
इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² होने वाले ईंधन से बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण होता था। सरकार ने उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों से
पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित ईंधन को खतà¥à¤® कर दिया। अब उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों में पीà¤à¤¨à¤œà¥€ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² होता है।
पीà¤à¤¨à¤œà¥€ से पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण नहीं होता है। इस तरह दिलà¥à¤²à¥€ सरकार ने दिलà¥à¤²à¥€ में औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक
पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण à¤à¥€ खतà¥à¤® कर दिया है।
वहीं, दिलà¥à¤²à¥€
के परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ वन मंतà¥à¤°à¥€ गोपाल राय ने कहा कि आज पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£
दिवस मना रही है, जिसका केवल à¤à¤• ही मकसद है
परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को बेहतर बनाना। दिलà¥à¤²à¥€ के अंदर à¤à¥€ पहले बहà¥à¤¤ ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण हà¥à¤† करता था
लेकिन शà¥à¤°à¥€ केजरीवाल के नेतृतà¥à¤µ में हमारी सरकार ने दिलà¥à¤²à¥€ को पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण से मà¥à¤•à¥à¤¤
करने का संकलà¥à¤ª लिया है। आज दिलà¥à¤²à¥€à¤µà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ के सहयोग से सरकार पिछले आठसालों में
करीबन 30 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण
कम करने में सफल हो पाई है। इसे और कम करना है और इसी लकà¥à¤·à¥à¤¯ के साथ हमारी सरकार
ने आज विशà¥à¤µ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस के अवसर पर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ का आयोजन किया है ।
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