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नयी दिलà¥à¤²à¥€- कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने कहा है कि सरकार राजदà¥à¤°à¥‹à¤¹ कानून को सखà¥à¤¤ बनाकर
औपनिवेसिक मानसिकता का परिचय दे रही है और चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में विपकà¥à¤· की आवाज दबाने के लिà¤
इसके इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² को आसान बना रही है।
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• मनॠसिंघवी ने शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को यहां
संवाददाता समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में कहा कि सरकार विधि आयोग के जरिठकानून को उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯
की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल मजबूत करके इस कानून के तहत तीन साल की नà¥à¤¯à¥‚नतम सजा को सात
साल कर रही है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा "सरकार उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ के
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल राजदà¥à¤°à¥‹à¤¹ कानून को सखà¥à¤¤ करके सजा के पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ को बढ़ा रही है और विपकà¥à¤·
की आवाज दबाने के लिठइस कानून को à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤•, खतरनाक
और दरà¥à¤¦à¤¨à¤¾à¤• बनाने में लगी है। सरकार ने पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ के जरिठइस कानून के तहत तीन साल
की सजा को सात साल नà¥à¤¯à¥‚नतम किया है। राजदà¥à¤°à¥‹à¤¹ कानून से वâ€à¤¿à¤ªà¤•à¥à¤· की आवाज दबाने की
तकनीक पर काम करके सरकार इसके जरिठऔपनिवेशिक मानसिकता को थोपने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ कर रही
है।"
पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ ने कहा कि 60 साल
पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ कानून को लागू किया जा रहा है। जो कानून नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¤¾à¤²à¤¿à¤•à¤¾ ने बनाया था उसे अब
विधायिका दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बनाया जा रहा है। उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने जिस कानून की जरूरत को नकारा
है और उसे बहà¥à¤¤ कमजोर करने की बात कही है सरकार उसी को सखà¥à¤¤ बनाने में लगी हà¥à¤ˆ है।
इस कानून का दà¥à¤°à¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— न हो इसको लेकर कोई सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ चकà¥à¤° कानून में नहीं दिया गया
है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि 2014 के बाद
से इस कानून का जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दà¥à¤°à¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— हà¥à¤† है। महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बात यह है कि आम चà¥à¤¨à¤¾à¤µ से पहले
कानून को मजबूती पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर संदेश दिया जा रहा है कि इसका इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² विपकà¥à¤· की आवाज
दबाने के लिठकिया जाà¤à¤—ा।
पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ ने कहा, "मोदी
सरकार आने के बाद से 2020 तक राजदà¥à¤°à¥‹à¤¹ के मामलों में
करीब 30 फीसदी की वृदà¥à¤§à¤¿ हà¥à¤ˆ है।
कोरोना काल में ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ तथा अनà¥à¤¯ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के विरोध के मामले में 12 केस दरà¥à¤œ
हà¥à¤à¥¤ इसी तरह 21 केस पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के खिलाफ दरà¥à¤œ
हà¥à¤ हैं और 27 केस सीà¤à¤-à¤à¤¨à¤†à¤°à¤¸à¥€ के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡
से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ हैं। उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में इन मामलों की 60 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤
जमानत याचिकाà¤à¤‚ निरसà¥à¤¤ होती हैं। जनवरी 2021 में शशि
थरूर, राजीव सरदेसाई, मृणाल
पांडे, कौमी आवाज के जफर आगा, कारवां
पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ के परेशनाथ, à¤à¤²à¥à¤—ार परिषद, विनोद
दà¥à¤† आदि के विरà¥à¤¦à¥à¤§à¤•à¤¾à¤¨à¥‚न का दà¥à¤°à¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— किया गया है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा गणतंतà¥à¤° में राजदà¥à¤°à¥‹à¤¹ की कानून को हटाने की
बजाय उसे मजबूत करने की सरकार से वजह पूछी और कहा कि मोदी सरकार में कानून के
दà¥à¤°à¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— के आंकड़े बà¥à¥‡ हैं। à¤à¤¸à¤¾ लगता है कि चà¥à¤¨à¤¾à¤µ को देखते हà¥à¤ पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¨à¤¾ को
धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखकर इस कानून को हथियार के रूप में इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करने का सरकार का इरादा
है।
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