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मथà¥à¤°à¤¾- उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² आननà¥à¤¦à¥€à¤¬à¥‡à¤¨ पटेल ने सोमवार को कहा
कि परिवार की खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ परिवार के आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास के लिठमहिलाओं को आगे आकर
बकरीपालन या अनà¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ से जà¥à¥œà¤¨à¤¾ होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बकरी पालने वाली महिलाओं को जियेा टैग
à¤à¤µà¤‚ आरà¤à¤«à¤†à¤ˆà¤¡à¥€ जैसी सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ देने के लिठराजà¤à¤µà¤¨ से पांच लाख रूपये की धनराशि देने की
à¤à¥€ घोषणा की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि बहà¥à¤¤ सी महिलाà¤à¤‚ à¤à¤µà¤‚ बेटियां बकरीपालन, पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨, सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सहायता समूह, मशरूम की खेती आदि
से जà¥à¥œ चà¥à¤•ी हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे अचà¥à¤›à¥€ तरह समठचà¥à¤•ी हैं कि यदि परिवार को खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤² बनाना
है तथा घर में पंखा, फà¥à¤°à¤¿à¤œ आदि को आना है तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‚षों के कंधे से कंधा
मिलाकर काम करना होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खà¥à¤¶à¥€ है कि राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से जो पहला
गà¥à¤°à¥à¤ª उनके सामने आया तो वहां की महिलाà¤à¤‚ उकà¥à¤¤ सोंच के तहत 30 से 40 बकरियां तक पाल रही
हैं।
आईसीà¤à¤†à¤° केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ बकरी अनà¥à¤¸à¤‚धान संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ मखदूम
फरह मथà¥à¤°à¤¾ में सोमवार से शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ 100 वें बकरी पालन पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का उदघाटन करने के बाद
उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ किसानों, महिलाओं, वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•ों à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ को संबोधित करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी जब गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ थे तो वे महिलाओं से कहते थे
कि वे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सहायता समूह, पशà¥à¤ªà¤¾à¤²à¤¨ आदि से अपने परिवार की आमदनी इतनी बà¥à¤¾à¤à¤‚ कि वे
बीपीà¤à¤² परिवार की शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ से हट जांय।
बकरी पालन की आवशà¥à¤¯à¤•ता पर बल देते हà¥à¤ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤²
ने कहा कि बकरी के दूध से टीबी जैसी à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• बीमारी तीन महीने में ठीक हो जाती है
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बकरी का दूध बहà¥à¤¤ अधिक पौषà¥à¤Ÿà¤¿à¤• होता है।इसे गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ महिलाओं और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को
देकर घर से बीमारी à¤à¤—ाई जा सकती है इसलिठबकरी पालन को अपनाने की आवशà¥à¤¯à¤•ता है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि आज जियो टैग लगाकर किस पà¥à¤°à¤•ार
से जंगल में चर रही बकरी को ढूढा जा सकता है और 100 रूपठके आरà¤à¤«à¤†à¤ˆà¤¡à¥€ इंजेकà¥à¤¶à¤¨
से यह पता लगाया जा सकता है कि बकरी गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ है तथा उसकेा सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ à¤à¥€ रखा जा सकता
है। गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ मे महिलाà¤à¤‚ 60 से 70 तक बकरियां पालकर अपनी आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बेहतर कर रही हैं।
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