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लखनऊ- उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€
पैरवी से पिछले तीन सालों के दौरान 30 हजार मामलों
में अपराधियों को उनके गà¥à¤¨à¤¾à¤¹ की सजा मिल चà¥à¤•ी है। अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨
निदेशालय के आंकड़ों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° वरà¥à¤· 2020 से 2022 तक
पॉकà¥à¤¸à¥‹ à¤à¤•à¥à¤Ÿ में 4078, रेप के केस में 1218, कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤® अगेंसà¥à¤Ÿ
वूमेन à¤à¤‚ड चिलà¥à¤¡à¥à¤°à¥‡à¤¨ केस में 8646, हतà¥à¤¯à¤¾ के केस में 2387, दहेज
हतà¥à¤¯à¤¾ के केस में 1152, लूट के केस में 1141, गोवंश हतà¥à¤¯à¤¾ के
केस में 279 और आरà¥à¤®à¥à¤¸ à¤à¤•à¥à¤Ÿ के केस में 10520 मामलों में सजा
दिलायी गई है। अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ निदेशालय की ओर से रिकॉरà¥à¤¡ सà¥à¤¤à¤° पर अपराधियों को उनके किये
की सजा दिलाने के लिठकई अवारà¥à¤¡ à¤à¥€ मिल चà¥à¤•े हैं।
अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨
निदेशालय के à¤à¤¡à¥€à¤œà¥€ आशà¥à¤¤à¥‹à¤· पांडेय ने बताया कि पिछले तीन साल में कोरà¥à¤Ÿ में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€
पैरवी और शत-पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ गवाहों की गवाही कराकर अपराधियों को सजा दिलाने में शानदार
पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ किया है। निदेशालय ने कोरà¥à¤Ÿ में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ पैरवी के जरिये वरà¥à¤· 2020 में
पॉकà¥à¤¸à¥‹ के तहत जहां 535 मामलों में सजा दिलायी, वहीं वरà¥à¤· 2022 में 2313 मामलों
में सजा दिलायी गई, जिसका रेशियो वरà¥à¤· 2020 के मà¥à¤•ाबले
वरà¥à¤· 2022 में 332 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ अधिक रहा।
इसी तरह रेप के
मामले में वरà¥à¤· 2020 में 177 मामलों में सजा दिलाई गई, तो वहीं वरà¥à¤· 2022 में 671 मामलों में सजा
दिलाई गई, जिसका रेशियो वरà¥à¤· 2020 के मà¥à¤•ाबले 2022 में 280 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ अधिक
रहा है। इसी पà¥à¤°à¤•ार कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤® अगेंसà¥à¤Ÿ वूमेन à¤à¤‚ड चिलà¥à¤¡à¥à¤°à¥‡à¤¨ के मामलों में वरà¥à¤· 2020 में 1048 मामलों
में सजा दिलाई गई जबकि वरà¥à¤· 2022 में 5351 मामलों में सजा
दिलायी गई, जिसका रेशियो वरà¥à¤· 2020 के मà¥à¤•ाबले
वरà¥à¤· 2022 में 411 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ की बढ़ोतरी दरà¥à¤œ की गई।
हतà¥à¤¯à¤¾ के केस में वरà¥à¤· 2020 में 420 मामलों जबकि 2022 में 1180 मामलों
में सजा दिलायी गई, जिसका रेशियो वरà¥à¤· 2020 के मà¥à¤•ाबले
वरà¥à¤· 2022 में अपराधियों को सजा दिलाने में 181 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ की
बढ़ोतरी हà¥à¤ˆ है।
अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨
निदेशालय ने दहेज हतà¥à¤¯à¤¾ के केस में वरà¥à¤· 2020 में 182 मामलों जबकि
वरà¥à¤· 2022 में 572 मामलों में सजा दिलायी गई। इसी तरह
लूट के केस में वरà¥à¤· 2020 में 177 मामलों जबकि
वरà¥à¤· 2022 में 745 मामलों में सजा दिलायी गई, जिसका रेशियो
वरà¥à¤· 2020 के मà¥à¤•ाबले वरà¥à¤· 2022 में 321 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ अधिक
रहा। वहीं गोवंश के मामले में जहां वरà¥à¤· 2020 में 29 मामलों तो वरà¥à¤·
2022 में 200 मामलों में सजा दिलायी गई। वहीं
सबसे अधिक पिछले तीन वरà¥à¤· में सबसे अधिक आरà¥à¤®à¥à¤¸ à¤à¤•à¥à¤Ÿ के मामलों में सजा दिलायी गई।
आरà¥à¤®à¥à¤¸ à¤à¤•à¥à¤Ÿ के
मामले में वरà¥à¤· 2020 में 1960 मामलों जबकि वरà¥à¤· 2022 में 6373 मामलों
में सजा दिलायी गई, जिसका रेशियो वरà¥à¤· 2020 के मà¥à¤•ाबले
वरà¥à¤· 2022 में 225 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ अधिक रहा।
अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨
निदेशालय को पूरे देश में कम समय में अपराधियों को सजा दिलाने, ई ऑफिस और ई
पà¥à¤°à¥‰à¤¸à¥€à¤•à¥à¤¯à¥‚शन पोरà¥à¤Ÿà¤² पर देश में अचà¥à¤›à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करने पर अवारà¥à¤¡, पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ पतà¥à¤° से
समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया है। अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ निदेशालय के à¤à¤¡à¥€à¤œà¥€ आशà¥à¤¤à¥‹à¤· पांडेय ने बताया कि वरà¥à¤· 2021 में
केनà¥à¤¦à¥à¤° सरकार के गृह मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ ने आईसीजेà¤à¤¸ सिसà¥à¤Ÿà¤® के तहत नेशनल कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤® रिपोरà¥à¤Ÿ
बà¥à¤¯à¥‚रो की ओर से देश में उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ को अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ कारà¥à¤¯ के लिठअवारà¥à¤¡ दिया था। यह
अवारà¥à¤¡ वरà¥à¤· 2022 में à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के अà¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ निदेशालय को दिया गया। इसी
तरह ई पà¥à¤°à¥‰à¤¸à¥€à¤•à¥à¤¯à¥‚शन के लिठवरà¥à¤· 2022 में सà¥à¤•ॉच अवारà¥à¤¡ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया
गया।
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