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नयी दिलà¥à¤²à¥€ - केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ परिवार कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ मनसà¥à¤–
मांडविया ने गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को देशà¤à¤° में 100 सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ और सà¥à¤µà¤šà¥à¤› फूड
सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤Ÿ का विकास करने के लिठ‘फूड सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤Ÿ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ' की समीकà¥à¤·à¤¾ की।
समीकà¥à¤·à¤¾ बैठक में सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯
मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ खादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ मानक पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•रण (à¤à¤«à¤à¤¸à¤à¤¸à¤à¤†à¤ˆ) के वरिषà¥à¤
अधिकारियों ने à¤à¤¾à¤— लिया। इस परियोजना के अंतरà¥à¤—त आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में चार, असम में चार, बिहार में चार, छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ॠमें चार,
गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में चार, हरियाणा में चार, à¤à¤¾à¤°à¤–ंड में चार, करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• में चार, केरल में चार, मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में चार, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° में चार, ओडिशा में चार, पंजाब में चार, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में चार, तमिलनाडॠमें चार, तेलंगाना में चार, उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में चार, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में चार, पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल में चार, दिलà¥à¤²à¥€ में तीन, हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में तीन, जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° में तीन, गोवा में दो, लदà¥à¤¦à¤¾à¤– में à¤à¤•, अरà¥à¤£à¤¾à¤šà¤² पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में à¤à¤•, मणिपà¥à¤° में à¤à¤•, मेघालय में à¤à¤•, मिजोरम में à¤à¤•, नगालैंड में à¤à¤•, सिकà¥à¤•िम में à¤à¤•, तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾ में à¤à¤•, अंडमान à¤à¤µà¤‚ निकोबार दà¥à¤µà¥€à¤ª समूह में à¤à¤•, चंडीगॠमें à¤à¤• , दादर à¤à¤µà¤‚ नागर हवेली में à¤à¤•, लकà¥à¤·à¤¦à¥à¤µà¥€à¤ª में à¤à¤•‌ और पà¥à¤¡à¥à¤¡à¥à¤šà¥‡à¤°à¥€ में à¤à¤•‌ फूड
सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤Ÿ विकसित की जाà¤à¤—ी। फूड सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤Ÿ को à¤à¤• करोड़ रà¥à¤ªà¤ का अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ दिया जाà¤à¤—ा।
इस परियोजना का लकà¥à¤·à¥à¤¯ खादà¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ जनता
के बीच सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ तथा सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ खादà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करना और खादà¥à¤¯ जनित
रोगों को कम करना तथा समगà¥à¤° सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ परिणामों में सà¥à¤§à¤¾à¤° लाना है। इन फूड सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤Ÿ
की बà¥à¤°à¤¾à¤‚डिंग à¤à¤«à¤à¤¸à¤à¤¸à¤à¤†à¤ˆ के दिशानिरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤°à¥à¤ª की जाà¤à¤—ी।
वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सहायता पीने के सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ पानी, हाथ धोने, शौचालय की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं, कॉमन à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में टाइल वाले फरà¥à¤¶à¥‹à¤‚, उचित तरल और ठोस अपशिषà¥à¤Ÿ निपटान, कूड़ेदान का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨, बिलबोरà¥à¤¡ का उपयोग और सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ पà¥à¤°à¤•ृति का साइनेज, कॉमन à¤à¤‚डारण सà¥à¤¥à¤¾à¤¨, पà¥à¤°à¤•ाश वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, विशिषà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤•ार के वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के लिठविशिषà¥à¤Ÿ वाहन, बà¥à¤°à¤¾à¤‚डिंग आदि जैसे कारà¥à¤¯à¤•लापों के लिठउपलबà¥à¤§
कराई जाà¤à¤—ी।
सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤Ÿ फूड à¤à¤¾à¤°à¤¤ की खादà¥à¤¯ संसà¥à¤•ृति का à¤à¤•
अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अंग रहा है और इसने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ खादà¥à¤¯ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को बनाये रखने तथा इसे आकार
देने में बेहद महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆ है। यह न केवल लाखों à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ के लिà¤
किफायती और सà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ à¤à¥‹à¤œà¤¨ का सà¥à¤°à¥‹à¤¤ है, बलà¥à¤•ि देश के आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास में à¤à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– योगदानकरà¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€
है। तेजी से हो रहे शहरीकरण के साथ, सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤Ÿ फूड केंदà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने à¤à¥‹à¤œà¤¨ की सरल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की है
लेकिन इन केंदà¥à¤°à¥‹à¤‚ में खादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ और सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ चिंता का विषय बनी हà¥à¤ˆ है।
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