नयी दिलà¥à¤²à¥€- आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ (आप) ने कहा कि
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी देश का नाम रोशन करने वाली इन बेटियों पर कà¤à¥€ गरà¥à¤µ करते
थे, लेकिन आज वह इनकी आवाज नहीं सà¥à¤¨ रहे
हैं।
दिलà¥à¤²à¥€ के परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ गोपाल राय और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ सौरठà¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ के साथ
पारà¥à¤Ÿà¥€ के कà¥à¤› विधायक और कारà¥à¤¯à¤•रà¥à¤¤à¤¾ बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को यहाठजंतर-मंतर पर धरना दे रहे
खिलाड़ियों के समरà¥à¤¥à¤¨ में आये। इस दौरान शà¥à¤°à¥€ राय ने कहा कि कà¤à¥€ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ को à¤à¥€
इन खिलाड़ियों पर गरà¥à¤µ हà¥à¤† करता था, लेकिन आज
जंतर-मंतर पर बैठी बेटियों की आवाज़ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ नहीं दे रही है। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के
पास उनका पकà¥à¤· सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ या उनकी मांगों पर विचार करने के लिठसमय नहीं है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि खिलाड़ियों को जाति के नाम पर बाà¤à¤Ÿà¤¨à¤¾ सही नहीं है। खिलाड़ियों
की सिरà¥à¤«à¤¼ à¤à¤• ही जाति है और वह है खिलाड़ी जाति। खिलाड़ी जब तिरंगा लेकर देश से
बाहर जाते हैं तो सà¤à¥€ जातियों की दà¥à¤†à¤à¤ उनके साथ रहती हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अगर
खिलाड़ियों की माà¤à¤—ों को नहीं माना गया तो सात मई को 360
गावों की महापंचायत जंतर मंतर में की जायेगी।
आप नेता सौरठà¤à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ ने कहा कि जिन लोगों के हिफ़ाज़त में बेटियों को बाहर
खेलने के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ गया वही उन बेटियों पर गलत नजर रखते हैं और उनका शोषण करते हैं।
जब बेटियों ने मेडल जीता तो किसी ने नहीं कहा कि जाटों ने मेडल जीता, लेकिन आंदोलन
करने वाले खिलाड़ियों को कहा जा रहा की यह जाटों का आंदोलन है। हमारे घर की इजà¥à¤œà¤¤
बेटियाठहैं, लेकिन आज वह यहाठटेंट में रहने को
मजबूर हैं।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जब तक बृजà¤à¥‚षण शरण सिंह को जेल नहीं à¤à¥‡à¤œà¤¾ जाà¤à¤—ा तब तक यह
आंदोलन चलता रहेगा और इस संघरà¥à¤· की आवाज़ को घर-घर तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ का काम किया जाà¤à¤—ा।