समाचार ब्यूरो
27/04/2023  :  20:46 HH:MM
पीटी उषा के बयान पर पहलवान नाराज
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नयी दिल्ली- प्रदर्शन पर बैठे शीर्ष भारतीय पहलवानों ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा के उस बयान पर गुरुवार को हैरानी व्यक्त की जिसमें उन्होंने कहा था कि पहलवानों का दोबारा प्रदर्शन करना 'अनुशासनहीनता' है और 'देश की छवि' खराब कर रहा है।

बजरंग पूनिया ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के चौथे दिन संवाददाताओं से कहा, "हमें पीटी उषा जी से इसकी उम्मीद नहीं थी। हमें लगा था कि वह एथलीटों के साथ खड़ी होंगी। वह खुद भी एक महिला हैं, इसलिए हमें उम्मीद थी कि वह हमारे साथ खड़ी होंगी। मैं उनके शब्दों से दुखी हुआ हूं। उन्होंने हाल ही में ट्वीट किया था कि कुछ बदमाश उनकी अकादमी की जमीन हड़पना चाह रहे हैं। क्या उस समय देश की छवि खराब नहीं हो रही थी?"
टोक्यो ओलंपिक मेडलिस्ट पूनिया ने कहा, "वह भी एक अंतरराष्ट्रीय एथलीट से जुड़ा मामला था। हम भी उस घटना के बारे में सुनकर दुखी हुए थे। वह इतनी बड़ी एथलीट हैं और अब तो राज्यसभा सांसद भी हैं, लेकिन फिर भी उनके साथ यह हो रहा है। अगर एक सांसद के साथ यह सब हो सकता है, तो हम फिर भी आम एथलीट हैं। हमारे पास क्या ताकत है? हमारे साथ कुछ भी हो सकता है, उन्हें यह सोचना चाहिए था।"
उन्होंने कहा, "जब खिलाड़ियों को इंसाफ नहीं मिलेगा तो वे क्या करेंगे? वह खुद ही बता सकती हैं कि उन्होंने किसके दबाव में अपनी साथी एथलीट को लेकर इस तरह की बात कही है।"
तीन बार की राष्ट्रमंडल खेल गोल्ड मेडलिस्ट विनेश फोगाट ने भी पूर्व ट्रैक एंड फील्ड एथलीट उषा की बात पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि उन्हें खिलाड़ियों से मिलकर बात करनी चाहिये थी। उन्होंने कहा, "जब देश के ओलंपिक मेडलिस्ट सड़कों पर प्रदर्शन के लिये बैठे हैं, तो मुझे लगता है कि पीटी उषा मैम को हमारे पास आना चाहिए था। उन्हें पूछना चाहिए था कि हम आंसू क्यों बहा रहे हैं। एक लोकतांत्रिक देश के नागरिक होने के नाते प्रदर्शन करना हमारा अधिकार है। जब तक हमें इंसाफ नहीं मिल जाता, हम यहीं रहेंगे।"
उल्लेखनीय है कि पूनिया, विनेश और साक्षी मलिक जैसे नामचीन पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ रविवार से पुनः प्रदर्शन पर बैठे हैं। पहलवानों ने श्री सिंह पर यौन शोषण जैसे कई गंभीर आरोप लगाये हैं और उनकी मांग है कि उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता को अध्यक्ष पद से हटाकर आरोपों की जांच होनी चाहिये।
विनेश ने कहा कि यह मामला अब उच्चतम न्यायालय में है और उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, "हमें सिर्फ उच्चतम न्यायालय पर भरोसा है। हम न्याय का इंतजार कर रहे हैं। हमें जो भी न्याय दिलायेगा... चाहे वह उषा हों या कोई और, वह हमारे लिए भगवान होगा। ऐसा नहीं है कि हमने उनसे बात नहीं की। मैंने उनके निजी फोन नंबर पर उन्हें कॉल किया। किसी ने मेरे कॉल का जवाब नहीं दिया। वह एथलीटों की भावनाओं का सम्मान नहीं करतीं। अगर वह सम्मान चाहती हैं, तो उन्हें सम्मान करना भी चाहिये।"
उन्होंने कहा, "कोई एथलीट सड़क पर बैठकर खुश नहीं है। न ही हम यहां बैठकर चैंपियन बन रहे हैं। बृजभूषण के खिलाफ बोलने की किसी की हिम्मत नहीं है। एथलीटों ने आगे आकर उसके खिलाफ आवाज उठाई है। हम जानते हैं कि हमारे लिये भविष्य कठिन होने वाला है। पूरी सरकार उसे बचाने में लगी है।"






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