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सफलता की कहानियां रचने अपने लिठआजीविका के आकरà¥à¤·à¤• साधन पैदा करने में सकà¥à¤·à¤® हैं ।
नयी दिलà¥à¤²à¥€- केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ और पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी तथा पृथà¥à¤µà¥€ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨
राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ डॉ. जितेंदà¥à¤° सिंह ने कहा है कि पिछले 9 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में देश
में सà¥à¤Ÿà¤¾à¤°à¥à¤Ÿ-अप की संखà¥à¤¯à¤¾ 300 गà¥à¤¨à¤¾ बढी है। डॉ. सिंह ने सोमवार को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤¨ में केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ और पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी
मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ ‘ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯
नवपà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤¨ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•ार वितरण समारोह में कहा कि 2014 से पहले देश में लगà¤à¤— 350 सà¥à¤Ÿà¤¾à¤°à¥à¤Ÿ- अप ही
थे, लेकिन 2016 में विशेष
सà¥à¤Ÿà¤¾à¤°à¥à¤Ÿ - अप योजना शà¥à¤°à¥‚ करने के बाद से यह संखà¥à¤¯à¤¾ 100 से अधिक यूनिकॉरà¥à¤¨ के साथ 90,000 से अधिक हो गयी
है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सरकार ने अंतरिकà¥à¤· कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° को निजी à¤à¤¾à¤—ीदारी के लिठखोल दिया, जिससे अंतरिकà¥à¤·
कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में लगà¤à¤— तीन वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के à¤à¥€à¤¤à¤° 100 से अधिक सà¥à¤Ÿà¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤…प हो गà¤à¥¤ इसी तरह
जैवपà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी ( बायोटेक ) सà¥à¤Ÿà¤¾à¤°à¥à¤Ÿ – अप लगà¤à¤— 50 से बढ़कर लगà¤à¤— 6,000 हो गठहैं ।
डॉ. सिंह ने कहा कि देश में यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾, कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾, नवाचार और रचनातà¥à¤®à¤•ता की कोई कमी नहीं
है, लेकिन उनके पास
राजनीतिक नेतृतà¥à¤µ से मिलने वाले अनà¥à¤•ूल माहौल और उचित संरकà¥à¤·à¤£ की कमी थी। अब यह à¤à¥€
सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है कि गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में à¤à¥€ इतनी नवीन पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ है जो बताती है कि औपचारिक
शिकà¥à¤·à¤¾ की डिगà¥à¤°à¥€ तथा नवाचार कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾à¤“ं के बीच कोई संबंध नहीं होता है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ का समाधान करने के लिठसरकार से à¤à¤¸à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯
शिकà¥à¤·à¤¾ नीति लाने का आगà¥à¤°à¤¹ किया गया था जो शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• डिगà¥à¤°à¥€ के आधार पर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को
उसकी योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ और कौशल के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° आजीविका कमाने के लिठतैयार करने के साथ ही कौशल
पर à¤à¥€ जोर दे।
डा सिंह ने कहा कि आज के पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•ारों की पà¥à¤°à¤•ृति और पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•ार हासिल करने वालों
का परिचय यह सिदà¥à¤§ करता है कि देश में बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में ‘ जमीनी सà¥à¤¤à¤° पर
जमीन से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ नवपà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤• ( गà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤°à¥‚ट इनोवेटरà¥à¤¸ ) ’ उपलबà¥à¤§ हैं, जिनके पास बहà¥à¤¤
उचà¥à¤š औपचारिक शिकà¥à¤·à¤¾ नहीं है, लेकिन जो सफलता
की कहानियां रचने अपने लिठआजीविका के आकरà¥à¤·à¤• साधन पैदा करने में सकà¥à¤·à¤® हैं ।
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