डॉ.कà¥à¤®à¤¾à¤° ने कहा कि ककà¥à¤·à¤¾ 10 और 12 में 98 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ परिणाम का ढिंढोरा पीटने के लिठककà¥à¤·à¤¾ नौ और गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को फेल किया गया है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये बचà¥à¤šà¥‡ औसत शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ के हैं और अगली कà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में उनका यही परिणाम रहता तो दिलà¥à¤²à¥€ सरकार को अपनी वाहवाही करने का मौका नहीं मिल सकता है।
नयी दिलà¥à¤²à¥€- कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने आरोप लगाया है कि दिलà¥à¤²à¥€ के सरकारी सà¥à¤•ूलों
में à¤à¤• सà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ साजिश के तहत बड़े पैमाने पर ककà¥à¤·à¤¾ नौ और गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को
जबरदसà¥à¤¤à¥€ फेल किया गया है ताकि दसवीं और बारहवीं ककà¥à¤·à¤¾ में आने वाले परिणामों को
बेहतर दिखाकर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अरविंद केजरीवाल मीडिया में वाहवाही लूट सके।
पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के वरिषà¥à¤ पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ डॉ.
नरेश कà¥à¤®à¤¾à¤° ने मंगलवार को यहां जारी à¤à¤• बयान में कहा कि 31 मारà¥à¤š को ककà¥à¤·à¤¾ नौ
और गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ के रिजलà¥à¤Ÿ घोषित किठजाने थे जो अà¤à¥€ तक नहीं हà¥à¤† है जिसमें शिकà¥à¤·à¤¾ विà¤à¤¾à¤—
के विशà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ से पता चला है कि यह परिणाम 50 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ से नीचे रह गया है।
डॉ.कà¥à¤®à¤¾à¤° ने कहा कि ककà¥à¤·à¤¾ 10 और 12 में 98 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ परिणाम का
ढिंढोरा पीटने के लिठककà¥à¤·à¤¾ नौ और गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को फेल किया गया है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये
बचà¥à¤šà¥‡ औसत शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ के हैं और अगली कà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में उनका यही परिणाम रहता तो दिलà¥à¤²à¥€
सरकार को अपनी वाहवाही करने का मौका नहीं मिल सकता है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• आरटीआई का हवाला देते हà¥à¤
कहा कि वरà¥à¤· 2014 में दिलà¥à¤²à¥€ में 12 वी ककà¥à¤·à¤¾ में परीकà¥à¤·à¤¾ में शामिल होने
वाले बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ 166257 थी जो 2020 में घटकर 114413 रह गई थी। इसी तरह ककà¥à¤·à¤¾ दस में 2014 में परीकà¥à¤·à¤¾ में
शामिल होने वाले बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ 180203 थी जो 2020 में घटकर 153938 रह गई। दिलà¥à¤²à¥€ में
लगातार आबादी में इज़ाफा हो रहा है लेकिन ककà¥à¤·à¤¾ दस और बारहवीं के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की
संखà¥à¤¯à¤¾ में कमी आना à¤à¤• रहसà¥à¤¯ है। यह à¤à¤• घालमेल है ताकि केजरीवाल सरकार अपने शिकà¥à¤·à¤¾
मॉडल का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° कर वाहवाही लूट सके। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को जबरदसà¥à¤¤à¥€ फेल किठजाने से जहां à¤à¤•
तरफ उन पर मानसिक तनाव हावी हो जाता है वहीं दूसरी तरफ सरकार अपनी नाकामी छिपाकर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚
का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ बरà¥à¤¬à¤¾à¤¦ करने पर तà¥à¤²à¥€ हà¥à¤ˆ है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दिलà¥à¤²à¥€ के उपराजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² विनय
कà¥à¤®à¤¾à¤° सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ को पतà¥à¤° लिखकर मांग की है कि दिलà¥à¤²à¥€ के सà¥à¤•ूलों के इस घालमेल को
उजागर किया जाà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह दिलà¥à¤²à¥€ की बेहतर शिकà¥à¤·à¤¾ का नहीं बलà¥à¤•ि विनाश
का मॉडल है जहां शिकà¥à¤·à¤•ों की संखà¥à¤¯à¤¾ और अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति और अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति तथा पिछड़े
वरà¥à¤—ों के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ संबंधी बजट में लगातार कमी की जा रही है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि दिलà¥à¤²à¥€ सरकार ने à¤à¤•
आरटीआई के जवाब में सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से कहा है कि दिलà¥à¤²à¥€ के सरकारी सà¥à¤•ूलों में वरà¥à¤· 2015 में पी जी टी शिकà¥à¤·à¤•ों
के 2965 पद खाली थे जो मारà¥à¤š 2021 में बढ़कर 4394 हो गà¤à¥¤ इसी तरह टी
जी टी के रिकà¥à¤¤ पदों की संखà¥à¤¯à¤¾ मारà¥à¤š 2015 में 9550 थी जो मारà¥à¤š 2021 में बढ़कर 15513 हो गई थी। जब
सरकारी सà¥à¤•ूलों में शिकà¥à¤·à¤• ही नहीं होंगे तो पढ़ाई कहां से अचà¥à¤›à¥€ होगी।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि केजरीवाल सरकार समाज के
अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति, जनजाति और अनà¥à¤¯ पिछड़ा वरà¥à¤—ों के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिà¤
आवंटित धनराशि में à¤à¥€ लगातार कमी कर रही है।दिलà¥à¤²à¥€ सरकार ने इस संबंध में मांगी गई
आर टी आई जानकारी में जवाब दिया है। सरकार के संबंधित विà¤à¤¾à¤— ने जो आंकड़े दिठहैं
वे काफी चौंकाने वाले हैं जिनसे यह पता चलता है दिलà¥à¤²à¥€ सरकार इन वरà¥à¤—ों के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚
के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ पर अधिक धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं दे रही है।
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ ने कहा कि दिलà¥à¤²à¥€
सरकार इन वरà¥à¤—ों के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हेतॠसà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨à¤°à¥€ खरीद पर जो धन आवंटित करती थी
उसमें à¤à¥€ लगातार कमी हो रही है। वरà¥à¤· 2015-16 में यह राशि 120 करोड़ रà¥à¤ªà¤ थी और
उसमें से 110.39 करोड़ रà¥à¤ªà¤ खरà¥à¤š किठगठथे लेकिन 2019-20 आते आते यह बहà¥à¤¤ ही
कम कर दी गई और दिलà¥à¤²à¥€ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आबंटित 16.50 करोड़ रà¥à¤ªà¤ में से 15.61करोड़ रà¥à¤ªà¤ खरà¥à¤š
किठगठहैं। इस राशि में यह कटौती आखिर किस आधार पर की गई है जबकि सरकारी सà¥à¤•ूलों
में इन वरà¥à¤—ों के छातà¥à¤° सबसे अधिक हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सारी धनराशि
अपने पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° पर खरà¥à¤š कर रहे हैं और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जरूरतमंद बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से कोई लेना
देना नहीं है।