समाचार ब्यूरो
09/03/2023  :  19:48 HH:MM
जांच एजेंसियों की निष्ठा पर सवाल खड़े करने वाले नेता भ्रष्टाचार में लिप्त: पाठक
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श्री पाठक ने कहा कि अब जब जांच एजेंसियां निष्पक्ष तरीके से इन घोटालों की जांच में आगे बढ़ रही हैं तो कई लोगों के मन में भय उत्पन्न हो गया है। हमारी सरकार बिना भेद-भाव के पारदर्शी ढंग से काम कर रही है। विपक्षी दल के नेताओं के झूठ और उनकी मंशा का सच जनता भली-भांति समझती है।

लखनऊ- प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) और केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के दुरूपयोग संबंधी विपक्षी दलों के आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि जांच एजेंसियों पर सवाल खड़े करने वाले नेता अथवा दल खुद भ्रष्टाचार में लिप्त होने का परिचय दे रहे हैं।
श्री पाठक ने गुरूवार को भाजपा के प्रदेश दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नौ विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर केन्द्रीय जांच एजेंसियों के दुरूपयोग के आरोप लगाये। उन्होने पत्र लिखने पर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत अन्य प्रमुख विपक्षी नेताओं की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को पत्र लिखने वाले यह नेता और दल खुद कई तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। जांच एजेंसियों और केन्द्र सरकार पर आरोप मढ़कर यह अपने भ्रष्टाचार को छिपाना चाहते हैं। इन पार्टियों के कई नेता या तो जेल में हैं या बेल पर हैं।
उन्होने सवालिया अंदाज में कहा कि क्या यह पार्टियां भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही नहीं चाहती। क्या यह पार्टियां भ्रटाचारियों को बचाना चाहती हैं। विपक्ष के पास अब कोई एजेण्डा नहीं है, जबकि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश और उनके मार्गदर्शन में विभिन्न प्रदेशों में भाजपा की सरकारें सबका साथ सबका विकास के संकल्प के साथ जन कल्याण और विकास के कार्य कर रहीं हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र पर अपने हस्ताक्षर किये हैं, जिनका पूरा शासन ही आकंठ भ्रष्टाचार और अराजकता का परिचायक रहा था। समाजवादी पार्टी जब-जब सत्ता में रही, राज्य में जनधन की लूट हुई, जमकर भ्रष्टाचार हुआ।
उन्होंने कहा कि यदि भ्रष्टाचारियों को कोई पुरस्कार मिलता तो सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार भूषण की उपाधि मिली होती। उन्होने कहा कि सपा शासन काल में गोमती रिवर फ्रंट घोटाला, नोएडा, ग्रेटर नोएडा भूमि आवंटन में घोटाला, राशन घोटाला, खनन घोटाला, लैपटॉप घोटाला, खाद्यान्न घोटाला, पुलिस भर्ती घोटाला, जल निगम भर्ती घोटाला, समाजवादी पेंशन घोटाला, लोकसेवा आयोग-अधीनस्थ चयन सेवा आयोग में हुए घोटाले, एम्बुलेंस घोटाला, पशुपालन चारा घोटाला व अन्य कई घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि सपा शासनकाल में हुए घोटालों की लम्बी फेहरिस्त है।
श्री पाठक ने कहा कि अब जब जांच एजेंसियां निष्पक्ष तरीके से इन घोटालों की जांच में आगे बढ़ रही हैं तो कई लोगों के मन में भय उत्पन्न हो गया है। हमारी सरकार बिना भेद-भाव के पारदर्शी ढंग से काम कर रही है। विपक्षी दल के नेताओं के झूठ और उनकी मंशा का सच जनता भली-भांति समझती है।







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