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मदरसा रहमानिया मेहसौल के पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¥à¤•à¥à¤· मो अरमान अली à¤à¤µà¤‚ केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ विधालय,जवाहरनगर की शिकà¥à¤·à¤¿à¤•ा रिजवाना अली के ननà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤¤à¥à¤° आमिर अली परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस के अवसर पर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ बचाने के संदेश दे रहे है। अपने मेहसौल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ निवास पर पौधा ननà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आमिर ने पौधा लगाया। गत वरà¥à¤· à¤à¥€ वह आज के दिन पौधा लगाया था। बात अगर आमिर की करे तो वह अपने जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ या माता पिता के जनà¥à¤® दिन के अवसर पर पौधा लगाकर ही मनाते है। आमिर छोटे छोट पौधे लगा कर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को जहां संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ कर रहे हैं,वहीं घर के पà¥à¤°à¤¾à¤‚गन को à¤à¥€ खà¥à¤¬à¤¸à¥à¤°à¤¤ बना रहे है। छोटी उमà¥à¤° मे आमिर अली बड़ा संदेश दे रहे है। हमें परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को बचाने के लिठजागरूक होना होगा। सà¤à¥€ लोग आमिर अली के तरह जनà¥à¤® दिन और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस के अवसर पर à¤à¤• पौधा ही लगायेंगे तो परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को बचाने मे मील का पतà¥à¤¥à¤° साबित होगा। पिता अरमान अली बताते है कि वह जनà¥à¤® दिन और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ दिवस पर निजी पैसे से पौधा खरीदता है। जब कोई रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° उनà¥à¤¹à¥‡ उपहार सà¥à¤µà¤°à¥‚प पैसा देता है तो वह उसे इन अवसरों के लिठसहेज कर ऱखता है। मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ खà¥à¤¶à¥€ है कि वह ननà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सी उमà¥à¤° मे यह कारà¥à¤¯ कर हम लोगों को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कर रहा है। इस मौके पर मो असद बेलाल, अबूजर तनवीर, आतिफ जौहर à¤à¥€ मौजूद थे
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