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पशà¥à¤šà¤¿à¤® के मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर खड़ा है मीडिया का अधिषà¥à¤ ान à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जन संचार संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ नई दिलà¥à¤²à¥€ के महानिदेशक पà¥à¤°à¥‹. संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने नारद जयंती समारोह को संबोधित करते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पतà¥à¤°à¤•ारिता का à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¤•रण किया जाना चाहिà¤à¥¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पतà¥à¤°à¤•ारिता को à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के आधार पर खड़ा करना होगा।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मीडिया का अधिषà¥à¤ ान पशà¥à¤šà¤¿à¤® के मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर खड़ा है। वहां से ही मीडिया में नकारतà¥à¤®à¤•ता का à¤à¤¾à¤µ आया है। आज पतà¥à¤°à¤•ार होने का मतलब ही नकारातà¥à¤®à¤•ता को खोजना हो गया है। इसका कारण है, हम अपने मूलà¥à¤¯ को à¤à¥‚लकर पशà¥à¤šà¤¿à¤® की पतà¥à¤°à¤•ारिता को अपना लिये हैं। पà¥à¤°à¥‹. संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ मंगलवार को बौदà¥à¤§ शोाध संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ गोमतीनगर में आयोजित देवरà¥à¤·à¤¿ नारद जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® देवरà¥à¤·à¤¿ नारद जयंती आयोजन समिति की ओर से आयोजित किया गया था।
पतà¥à¤°à¤•ारिता में विशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ का संकट
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के मà¥à¤–à¥à¤¯ वकà¥à¤¤à¤¾ के रूप में बोलते हà¥à¤ पà¥à¤°à¥‹. संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा कि नारद जी सतत पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ करते थे। पतà¥à¤°à¤•ार अगर बैठजायेगा तो समाज से संपरà¥à¤• टूट जायेगा। आज पतà¥à¤°à¤•ारिता में विशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ व पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤•ता का संकट है। खबरों में विचार नहीं आना चाहिठलेकिन खबरों में विचार परोसे जा रहे हैं। नारद जी देवता और राकà¥à¤·à¤¸ दोनों के बीच अपनी बात कहते थे।
हमारे नायकों के साथ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ लेखन नहीं हà¥à¤†
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हमारे नायकों के साथ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ लेखन नहीं हà¥à¤†à¥¤ समाज के हर वरà¥à¤— में गिरावट आयी है। समाज से अलग पतà¥à¤°à¤•ारिता नहीं हो सकती। इसलिठसारी अपेकà¥à¤·à¤¾à¤à¤‚ पतà¥à¤°à¤•ारों से ही कà¥à¤¯à¥‹à¤‚।
पà¥à¤°à¥‹. संजय दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा कि पतà¥à¤°à¤•ारों के अंदर सामाजिक सरोकार व समाज के लिठकà¥à¤› करने की संवेदना होती है। धन कमाने के लिठपतà¥à¤°à¤•ारिता नहीं होती है। पतà¥à¤°à¤•ारिता कठिन मारà¥à¤— है। अपने जान को जोखिम में डालकर पतà¥à¤°à¤•ार पतà¥à¤°à¤•ारिता करते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आजादी के आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में पतà¥à¤°à¤•ारों ने अहम à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆ लेकिन उस समय à¤à¥€ बड़े अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ समाचार पतà¥à¤° अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ हà¥à¤•ूमत का पकà¥à¤· लेते थे। उस समय à¤à¥€ सरकार के पैसों पर पतà¥à¤°à¤•ारिता होती थी।
जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° ही पतà¥à¤°à¤•ारिता है
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि डा. à¤.पी.जे.अबà¥à¤¦à¥à¤² कलाम पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤¿à¤§à¤¿à¤• विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹. पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª कà¥à¤®à¤¾à¤° मिशà¥à¤° ने कहा कि जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° ही पतà¥à¤°à¤•ारिता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ को आगे जाना है तो विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ परक शिकà¥à¤·à¤¾ होनी चाहिà¤à¥¤ दूसरी परिवार मातृ सतà¥à¤¤à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• होना चाहिठऔर समाज जà¥à¤žà¤¾à¤¨ परक होना चाहिà¤à¥¤ पà¥à¤°à¥‹. पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª मिशà¥à¤°à¤¾ ने कहा कि देश के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में पतà¥à¤°à¤•ारिता का बड़ा योगदान है लेकिन पतà¥à¤°à¤•ारिता में नवाचार और विशलेषण परक होनी चाहिà¤à¥¤
कलंकित पतà¥à¤°à¤•ारिता का तिरसà¥à¤•ार होना चाहिà¤
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ करते हà¥à¤ वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•ार व सà¥à¤¤à¤®à¥à¤à¤•ार नरेनà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¤¦à¥Œà¤°à¤¿à¤¯à¤¾ ने कहा कि नारद जी पतà¥à¤°à¤•ार ही नहीं वह ऋषि व मंतà¥à¤°à¤¦à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿà¤¾ थें वेदों के रचयिता थे। वैदिक वांगमय से ही à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•ृति समृदà¥à¤§à¤¿ हà¥à¤ˆ है।
नरेनà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¤¦à¥Œà¤°à¤¿à¤¯à¤¾ ने कहा कि जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमारे इतिहास को कलंकित किया है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इतिहास से बाहर करना होगा। कलंकित पतà¥à¤°à¤•ारिता का तिरसà¥à¤•ार होना चाहिà¤à¥¤
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवक संघ अवध पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤®à¥à¤– डा. अशोक दà¥à¤¬à¥‡ ने रखी। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•ार सरà¥à¤µà¥‡à¤¶ सिंह ने किया। आà¤à¤¾à¤° जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•ार पी.à¤à¤¨.दà¥à¤µà¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने किया।
इस अवसर पर विधायक à¤à¥‚पेश चौबे,सिनà¥à¤§à¥€ अकादमी के उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· नानक चंद लखमानी,बाल आयोग के सदसà¥à¤¯ शà¥à¤¯à¤¾à¤® तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी,विशà¥à¤µ संवाद केनà¥à¤¦à¥à¤° के मनीष,अशोक सिनà¥à¤¹à¤¾,मनमोहन,विजय उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯,राजेनà¥à¤¦à¥à¤° गौतम पà¥à¤°à¤®à¥à¤– रूप से उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
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