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सिखों के असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ का मà¥à¤—ल शासक जकरिया खान को अहसास करवाने की वजह से शहीद हà¥à¤ बाबा बोता सिंह तथा बाबा गरजा सिंह के नाम पर मोती नगर में चौराहे का नामकरण किया गया है। उतà¥à¤¤à¤°à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ नगर निगम के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ पारà¥à¤·à¤¦ विपिन मलà¥à¤¹à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤¾ ने इस बाबत महापौर राजा इकबाल सिंह से आधिकारिक मंजूरी ली है। शहीद बाबा बोता सिंह, बाबा गरजा सिंह के नाम पर चौराहे का नामकरण करने संबंधी पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ सिंह सà¤à¤¾, मोती नगर के पà¥à¤°à¤¬à¤‚धकों तथा संगतों की तरफ से नवंबर 2021 में नगर कीरà¥à¤¤à¤¨ की समापà¥à¤¤à¤¿ के समय पारित करके निगम को à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया था। आज गà¥à¤°à¥ अमरदास साहिब जी के पà¥à¤°à¤•ाश परà¥à¤µ के अवसर पर गà¥à¤°à¥ गà¥à¤°à¤‚थ साहिब की हजूरी में 11 और 12 बà¥à¤²à¤¾à¤• के बीच गà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ साहिब के सामने वाले चौराहे के नामकरण संबंधी अरदास की गई।
इस बारे जानकारी देते हà¥à¤ गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ सिंह सà¤à¤¾ मोती नगर के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राजा सिंह तथा महासचिव रविनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह ने बताया कि मà¥à¤—ल सलà¥à¤¤à¤¨à¤¤ के जकरिया खान ने सिखों की हसà¥à¤¤à¥€ मिटाने का à¤à¤²à¤¾à¤¨ करते हà¥à¤ दावा किया था कि अब कोई सिख जिंदा नहीं बचा है। तब जिसका जवाब दो सिखों ने चà¥à¤‚गी नाका लगाकर दिया था और जाहिर किया था की सिख अà¤à¥€ जिंदा हैं। बाबा बोता सिंह और बाबा गरजा सिंह ने तब दिलà¥à¤²à¥€ से लाहौर जाती सड़क पर शà¥à¤°à¥€ तरनतारन साहिब के पास सराय अमानत खान (नूरदीन की सराय) के पास चà¥à¤‚गी सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करके महसूल वसूल करना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया, ताकि जकरिया खान को पता चल सके कि सिख अà¤à¥€ खतà¥à¤® नहीं हà¥à¤ हैं। बकायदा बाबा बोता सिंह ने जकरिया खान को पतà¥à¤° लिखकर इस बाबत जानकारी देकर ललकारा à¤à¥€ था। जिसके बाद जकरिया खान ने गà¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ में आकर 100 मà¥à¤—लों की सेना को जलालà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ के नेतृतà¥à¤µ में à¤à¥‡à¤œà¤¾ था। जिसके बाद हà¥à¤ˆ à¤à¤¯à¤‚कर लड़ाई के बाद बाबा बोता सिंह और बाबा गरजा सिंह शहीद हो गठथे। à¤à¤¸à¥‡ महान दिलेर सिखों के नाम को हमेशा के लिठजीवित रखने के लिठचौक का नाम रखने का फैसला किया गया था।
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