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उतà¥à¤¤à¤°à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ के महापौर शà¥à¤°à¥€ राजा इकबाल सिंह और बिहार सरकार में मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ शाहनवाज हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨ ने सदर बाजार सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤• मारà¥à¤— का नामकरण सà¥à¤µ. पंडित खेम चनà¥à¤¦ शरà¥à¤®à¤¾ मारà¥à¤— किया। इस अवसर पर पूरà¥à¤µ महापौर, शà¥à¤°à¥€ जय पà¥à¤°à¤•ाश व अनà¥à¤¯ गणमानà¥à¤¯ अतिथि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
महापौर शà¥à¤°à¥€ राजा इकबाल सिंह ने कहा कि सà¥à¤µ. पंडित खेम चनà¥à¤¦ शरà¥à¤®à¤¾ जी à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के वरिषà¥à¤ वरिषà¥à¤ कारà¥à¤¯à¤•रà¥à¤¤à¤¾à¤“ं में से à¤à¤• थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नागरिकों की सेवा में अपना पूरा जीवन समरà¥à¤ªà¤£ कर दिया था। सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ नागरिक आज à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दिल से याद करते है।
इस अवसर पर शà¥à¤°à¥€ शाहनवाज हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨ ने कहा कि सà¥à¤µ. पंडित खेम चनà¥à¤¦ शरà¥à¤®à¤¾ जी à¤à¤• धारà¥à¤®à¤¿à¤• व सामाजिक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ थे, जो सदैव लोगों के दà¥à¤–-सà¥à¤– में शामिल होते थे और वो सदैव गरीबों के लिठकारà¥à¤¯ करते थे, बहà¥à¤¤ सारी सामाजिक संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ हà¥à¤ थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा की हमें उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठगठअचà¥à¤›à¥‡ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को याद करना चाहिà¤, ताकि समाज उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठगठकारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ ले सकें और उनके आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ को अपने जीवन में उतार सकें।
शà¥à¤°à¥€ जय पà¥à¤°à¤•ाश ने बताया कि सà¥à¤µ. पंडित खेम चनà¥à¤¦ शरà¥à¤®à¤¾ जी हमेशा ग़रीबों के उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लिठकारà¥à¤¯ करते थे। वे à¤à¤• सचà¥à¤šà¥‡ समाजसेवी थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि वे सदर बाजार कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• थे। वे हमेशा कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के विकास कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठसजग रहते थे।
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