समाचार ब्यूरो
08/05/2022  :  16:53 HH:MM
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद कामकाजी महिलाओं को सुरक्षित और आरामदायक वातावरण प्रदान करने के लिए बनाएगी - "घर से दूर एक घर"
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राजधानी शहर में दिल्ली के बाहरी क्षेत्रों से आने वाली, अकेले रहने वाली कामकाजी और अध्ययन करने वाली महिलाओं के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करने के उद्देश्य से नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) इंदिरा निकेतन वर्किंग वुमन हॉस्टल- लक्ष्मीबाई नगर, नई दिल्ली में सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ एक अतिरिक्त ब्लॉक का निर्माण करेगी, यह जानकारी आज एनडीएमसी के उपाध्यक्ष-श्री सतीश उपाध्याय ने दी । श्री उपाध्याय ने कहा कि राजधानी में छात्रों की आवाजाही बढ़ना, उनकी इच्छा अनुसार शिक्षा प्राप्त करना, छात्रावास की मांग को बढ़ाता है। एक आवासीय इकाई के रूप में छात्रावास समुदाय के रहने को बढ़ावा दे सकता है और सुरक्षा प्रदान भी कर सकता है, विशेष रूप से महिला छात्रों के लिए, जो शहरों में अकेले नहीं रह सकती हैं या छोटे समूहों में नहीं रहना चाहती । श्री उपाध्याय ने कहा कि वर्तमान में एनडीएमसी के पास शहर के तीन प्रमुख स्थानों मंदिर मार्ग पर स्वाति , मंडी हाउस के पास आकांक्षा और लक्ष्मीबाई नगर में इंदिरा निकेतन नामक तीन कामकाजी महिला छात्रावास हैं। उन्होंने कहा कि इन छात्रावासों में राजधानी के बाहर से आई कामकाजी महिलाओं को सस्ती दर पर घर जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। वर्तमान में इंदिरा निकेतन लगभग 200 महिलाओं को हॉस्टल सुविधा प्रदान कर रहा हैं और एक बार नया ब्लॉक विकसित होने के बाद, 117 और महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगी। इससे पहले, हमने अन्य छात्रावासों में भी सुविधा का विस्तार करने की योजना बनाई थी, लेकिन जगह की कमी की वजह से यह संभव नहीं हो पाया। इंदिरा निकेतन का क्षेत्र विशाल है, इसलिए हमने यहां एक नया ब्लॉक बनाने का फैसला किया है। इन्दिरा निकेतन परिसर में प्रस्तावित अतिरिक्त हॉस्टल ब्लॉक का तकनीकी विवरण देते हुए श्री उपाध्याय ने कहा कि इंदिरा निकेतन का कुल क्षेत्रफल 6715.91 वर्ग मीटर है , जिसमें पुराना भवन क्षेत्र 852.87 वर्ग मीटर है, और नया भवन 521.65 वर्गमीटर में होगा । समग्र इमारत आरसीसी फ्रेम की संरचना पर होगी जिसमें एक तीन मंजिला इमारत शामिल है जिसकी प्रत्येक मंजिल में 10 कमरों के साथ शौचालय का भी प्रावधान है । भूतल के रिसेप्शन में 1.8 मीटर चौड़े आम मार्ग के साथ 9 कमरों का प्रावधान है, जिसमें लिफ्ट, और सीढ़ियों जैसी सामान्य सुविधाएँ होंगी । उन्होंने आगे बताया कि परियोजना की कुल अनुमानित लागत 9.4 करोड़ रुपये है जो वर्षा जल संचयन प्रणाली, अग्निशमन प्रणाली आदि जैसी सभी आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल सुविधाओं से लैस होगी। उन्होंने यह भी बताया कि विट्रीफाइड टाइल फ्लोरिंग का उपयोग सभी कमरों, फ्लश डोर शटर, एल्यूमीनियम ग्लेज्ड खिड़कियों स्टेनलेस स्टील रेलिंग, राइज़र में ग्रेनाइट पत्थर और सीढ़ी में चलने और जैसलमेर स्टोन क्लैड्डिंग के साथ बाहरी फिनिश आदि में किया जाएगा। इस परियोजना की सभी निविदा औपचारिकताएं पूरी होने के बाद जून 2022 तक काम शुरू होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि परिवारों, समुदायों और देशों के सामाजिक विकास के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना आवश्यक है। जब महिलाएं सुरक्षित, पूर्ण और उत्पादक जीवन जी रही हैं, तो वे अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच सकती हैं, कार्यबल में अपने कौशल का योगदान कर सकती हैं और अपनी आकांक्षाओं को पूरा होते देख खुश हो सकती हैं। श्री उपाध्याय ने कहा कि इसके पीछे हमारा उद्देश्य माननीय प्रधानमंत्री जी का विज़न और पूरा देश भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाने के रूप में हो रहा है I उन्होंने कहा आज़ादी कि इस महोत्सव में महिलाओं के अधिकार और आज़ादी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करने और जीवन में कमाने का अवसर प्रदान करता है। यह उन्हें स्वतंत्र बनाता है जो पृथ्वी पर हर महिला के लिए अत्यंत आवश्यक है।






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