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वैदिक मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¥à¤šà¤¾à¤° के साथ केदारनाथ धाम के कपाट आज शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं के लिठखो दिठगà¤à¥¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•र सिंह धामी ने à¤à¥€ हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया। मंदिर को 15 कà¥à¤µà¤¿à¤‚टल फूलों से सजाया गया है। केदारनाथ धाम के कपाट खà¥à¤²à¤¨à¥‡ के दौरान 10 हजार से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ मौजूद रहे। इस दौरान उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•र सिंह धामी ने केदारनाथ मंदिर में दरà¥à¤¶à¤¨ किà¤à¥¤
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड सरकार ने चारधामों में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ आने वाले तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ पहले ही निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ की जा चà¥à¤•ी है। बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ धाम में 15,000, केदारनाथ में 12,000, गंगोतà¥à¤°à¥€ में 7,000 और यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ धाम में 4,000 यातà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ दरà¥à¤¶à¤¨ कर सकेंगे। यह वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ 45 दिनों के लिठकी गई है।
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