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हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चालीसा विवाद के चलते इन दिनों निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ सांसद नवनीत राणा का नाम खूब सà¥à¤°à¥à¤–ियों में है. हाल ही में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लोक सà¤à¤¾ सà¥à¤ªà¥€à¤•र ओम बिड़ला को चिटà¥à¤ ी लिखी है. इस चिटà¥à¤ ी में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उदà¥à¤§à¤µ सरकार और महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° पà¥à¤²à¤¿à¤¸ पर कई आरोप लगाठहैं. नवनीत राणा ने इस चिटà¥à¤ ी में लिखा कि मà¥à¤à¥‡ 23 तारीख को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ ले जाया गया. 23 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को मà¥à¤à¥‡ पूरी रात पà¥à¤²à¤¿à¤¸ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ में ही गà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¨à¥€ पड़ी. रात को मैंने कई बार पीने के लिठपानी मांगा, लेकिन रातà¤à¤° मà¥à¤à¥‡ पानी नहीं दिया गया. नवनीत ने आगे बड़ा आरोप लगाते हà¥à¤ कहा कि मौके पर मौजूद पà¥à¤²à¤¿à¤¸ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤« ने कहा कि मैं अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति (SC) की हूं, इसलिठवह मà¥à¤à¥‡ उसी गà¥à¤²à¤¾à¤¸ में पानी नहीं दे सकते, जिसमें वे लोग पीते हैं. मतलब मà¥à¤à¥‡ मेरी जाति की वजह से पीने के लिठपानी तक नहीं दिया गया. मैं यह जोर देकर कहना चाहती हूं कि मेरी जाति की वजह से मà¥à¤à¥‡ बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ मानवाधिकारों से वंचित रखा गया.
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