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गाजियाबाद,रविवार,14/11/2021 को आरà¥à¤¯ समाज नया आरà¥à¤¯ नगर मेरठरोड के 32 वें वारà¥à¤·à¤¿à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ पर सामवेद पारायण यजà¥à¤ž सहारनपà¥à¤° से पधारे वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ वीरेनà¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¤à¥à¤µ में धूमधाम से संपनà¥à¤¨ हà¥à¤†,वेद पाठआचारà¥à¤¯ रामा शंकर,सतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ कà¥.पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का आरà¥à¤¯à¤¾ ने किया।
बिजनौर से पधारे सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤ªà¤¦à¥‡à¤¶à¤• शà¥à¤°à¥€ कà¥à¤²à¤¦à¥€à¤ª आरà¥à¤¯, कविता आरà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¤‚ साथी कला कारों ने ईशà¥à¤µà¤° à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿,दयानंद गà¥à¤£à¤—ान à¤à¤µà¤‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ गीतों से समाबांध दिया जिसे सà¥à¤¨à¤•à¤° शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾ à¤à¥‚म उठे। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° रकà¥à¤·à¤¾ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ शà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द शरà¥à¤®à¤¾ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤† वेद वकà¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€ माया पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी (कोषाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ दिलà¥à¤²à¥€) ने अपने उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में कहा कि राषà¥à¤Ÿà¥à¤° का समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ तो आरà¥à¤¯ समाज शà¥à¤°à¥‚ से करता आ रहा है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ हम बनें और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° रकà¥à¤·à¤¾ के लिठहमेशा तैयार रहें पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नागरिक राषà¥à¤Ÿà¥à¤° रकà¥à¤·à¤¾ के काम में लगे तब कहीं राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की रकà¥à¤·à¤¾ होगी चारों वरà¥à¤£ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£,कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯,वैशà¥à¤¯ और शूदà¥à¤° ।चारों को अपने शरीर में घटाया और बताया कि मà¥à¤–ॠमंडल बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£, बाजू कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯,उदर वैशà¥à¤¯ और पैर शूदà¥à¤° यदि पैर ना हों तो तीनों नहीं ठहर सकते हैं शूदà¥à¤° अछूत नहीं है ऋषि दयानंद इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ऊंचा उठाया और आरà¥à¤¯ समाज को आदेश दिया कि इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हेयदृषà¥à¤Ÿà¤¿ से मत देखना वेद ने मनà¥à¤·à¥à¤¯ को चार à¤à¤¾à¤—ों में बांटा है।बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ सही दिशा ना देगा तो लोग à¤à¤Ÿà¤• जाà¤à¤‚गे कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ रकà¥à¤·à¤¾ ना करें तो लोग लड़ लड़ के मर जाà¤à¤‚गे राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की रकà¥à¤·à¤¾ चारों मिलकर करें। जनता को राषà¥à¤Ÿà¥à¤° कहते हैं सà¤à¥€ को साथ लेकर चलना है हम अपने लिठना जिà¤à¤‚ अपितॠसब के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठजिà¤à¤‚।
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