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नयी दिलà¥à¤²à¥€ - उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ जगदीप धनखड़ ने बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को
कहा कि समाज में नà¥à¤¯à¤¾à¤¯, समानता और
पà¥à¤°à¤—ति लाने के लिठशिकà¥à¤·à¤¾ सबसे पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ और परिवरà¥à¤¤à¤¨à¤•ारी तंतà¥à¤° है और लोगों को
शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किठबिना सामाजिक परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नहीं बदला जा सकता है।
शà¥à¤°à¥€ धनखड़ ने असम के डिबà¥à¤°à¥‚गढ़ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के 21
वें दीकà¥à¤·à¤¾à¤‚त समारोह को संबोधित करते हà¥à¤ कहा कि छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ से ‘परिवरà¥à¤¤à¤¨ का
वाहक’ बनकर समाज में सकारातà¥à¤®à¤• बदलाव लाने के
लिठकाम करना चाहिà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚नें छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ से कहा, “आप 2047
के à¤à¤¾à¤°à¤¤ के निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ और योदà¥à¤§à¤¾ हैं।â€
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता को सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ गà¥à¤°à¥ और à¤à¤¯ को सबसे बड़ा शतà¥à¤°à¥ बताते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥€
धनखड़ ने छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ से बड़े सपने देखने और कà¤à¥€ à¤à¥€ तनाव नहीं लेने को कहा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने
छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ से कहा, “सपने देखो लेकिन सिरà¥à¤« सपने देखने वाले
मत बनो, उन सपनों को साकार करो।â€
पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° के आठराजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤°à¤¤ की ‘अषà¥à¤Ÿ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€â€™ के रूप में
पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा करते हà¥à¤ उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने कहा कि इन राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के विकास और योगदान के बिना
à¤à¤¾à¤°à¤¤ का विकास अधूरा रहेगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ˆ विविधता और साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• परंपराओं
को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने की दिशा में काम करने की सराहना करते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं का
संरकà¥à¤·à¤£ बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे हजारों वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में विकसित हà¥à¤ˆ हैं।
संसद को लोकतंतà¥à¤° का मंदिर बताते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥€ धनखड़ ने कहा कि यह à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ मंच है
जहां जनहित के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर बहस, विचार-विमरà¥à¤¶, चरà¥à¤šà¤¾ और निरà¥à¤£à¤¯
लिठजाते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि संसद में लंबे समय तक वà¥à¤¯à¤µà¤§à¤¾à¤¨ होने से, लोगों का अपने
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कम होता है। इसलिà¤, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤•
परिवेश बनाने का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया ताकि सांसद संविधान के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤•ों की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨
बनाठरखते हà¥à¤ अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ कर सकें।
इस अवसर पर उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ ने असम की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को डी.à¤à¤¸.सी. और डी.
लिट डिगà¥à¤°à¥€ (ऑनोरिस कौसा) की उपाधियाठपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर
में पौधारोपण à¤à¥€ किया।
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