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नयी दिलà¥à¤²à¥€ - पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€
नरेंदà¥à¤° मोदी ने सारà¥à¤µà¤à¥Œà¤®à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾- सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤ बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤°
को कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पारंपरिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ देखà¤à¤¾à¤² पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ तनाव और जीवनशैली से
जà¥à¤¡à¤¼à¥€ बीमारियों के समाधान पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करती हैं। शà¥à¤°à¥€ मोदी ने
यहां 'वन अरà¥à¤¥ वन हेलà¥à¤¥ - à¤à¤¡à¤µà¤¾à¤‚टेज हेलà¥à¤¥à¤•ेयर इंडिया 2023' के छठे
संसà¥à¤•रण का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ करते हà¥à¤ कहा कि जब कोई वैशà¥à¤µà¤¿à¤• महामारी नहीं थी, तब à¤à¥€
सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ सारà¥à¤µà¤à¥Œà¤®à¤¿à¤• थी। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का लकà¥à¤·à¥à¤¯ शारीरिक, मानसिक और
सामाजिक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ है।
सचà¥à¤šà¥€ पà¥à¤°à¤—ति
जन-केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ है‌ और चिकितà¥à¤¸à¤¾ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में चाहे कितनी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤—ति हो जाà¤, अंतिम वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿
तक पहà¥à¤‚च निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ होनी चाहिà¤à¥¤â€Œà¤à¤¾à¤°à¤¤ का लकà¥à¤·à¥à¤¯ न केवल अपने नागरिकों के लिठबलà¥à¤•ि
पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लिठसà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सेवा को सà¥à¤²à¤ और ससà¥à¤¤à¤¾ बनाना है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि
योग और धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ आधà¥à¤¨à¤¿à¤• दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के उपहार हैं, जो अब वैशà¥à¤µà¤¿à¤•
आंदोलन बन गठहैं।
शà¥à¤°à¥€ मोदी ने
वीडियो कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚सिंग के माधà¥à¤¯à¤® से वन अरà¥à¤¥ वन हेलà¥à¤¥- à¤à¤¡à¤µà¤¾à¤‚टेज हेलà¥à¤¥à¤•ेयर इंडिया -
2023 का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ और संबोधन किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने संसà¥à¤•ृत के à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨
शà¥à¤²à¥‹à¤• का उलà¥à¤²à¥‡à¤– करते हà¥à¤ कहा कि 'हर कोई खà¥à¤¶ रहे, हर कोई रोग
मà¥à¤•à¥à¤¤ हो, सà¤à¥€ के लिठअचà¥à¤›à¥€ चीजें हों, और कोई à¤à¥€ दà¥à¤–
से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ न हो'।
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€
ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤ का दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•ोण तब à¤à¥€ सारà¥à¤µà¤à¥Œà¤®à¤¿à¤• था, जब हजारों साल
पहले कोई वैशà¥à¤µà¤¿à¤• महामारी नहीं थी। हमारी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ केवल मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ तक ही सीमित नहीं
है। यह हमारे पूरे पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤•ी तंतà¥à¤° तक फैली हà¥à¤† है। पौधों से लेकर जानवरों तक, मिटà¥à¤Ÿà¥€ से लेकर
नदियों तक, जब हमारे आस-पास सब कà¥à¤› सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ है, तो हम सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥
रह सकते हैं।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जोर
दिया कि सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के बारे में à¤à¤¾à¤°à¤¤ का दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•ोण केवल बीमारी की कमी पर नहीं
रà¥à¤•ता है । यह लकà¥à¤·à¥à¤¯ सà¤à¥€ के लिठकलà¥à¤¯à¤¾à¤£ पर केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, "हमारा
लकà¥à¤·à¥à¤¯ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा
कि चिकितà¥à¤¸à¤¾ यातà¥à¤°à¤¾ और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤¬à¤² की गतिशीलता à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कारक हैं और 'वन अरà¥à¤¥, वन हेलà¥à¤¥ -
à¤à¤¡à¤µà¤¾à¤‚टेज हेलà¥à¤¥à¤•ेयर इंडिया 2023' इस दिशा में à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸
है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बाजरा का à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया जो à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पारंपरिक आहार का हिसà¥à¤¸à¤¾ है और
दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में खादà¥à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ और पोषण के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ से निपटने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ रखता है।
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€
ने जोर देकर कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ संबंधी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठवैशà¥à¤µà¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को अलग
नहीं किया जा सकता है और अब यह à¤à¤• à¤à¤•ीकृत, समावेशी और
संसà¥à¤¥à¤¾à¤—त पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ का समय है। यह जी- 20 अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ के
दौरान हमारे फोकस वाले कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• है। हमारा लकà¥à¤·à¥à¤¯ न केवल अपने नागरिकों
के लिठबलà¥à¤•ि पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लिठसà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सेवा को सà¥à¤²à¤ और किफायती बनाना है।
समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में 70 देशों के 125 पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤•ों और
लगà¤à¤— 500 मेजबान विदेशी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ à¤à¤¾à¤— ले रहे हैं।
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