शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र- कशà¥à¤®à¥€à¤° घाटी में शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° को सिख
समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के लोगों ने बैसाखी का परà¥à¤µ धारà¥à¤®à¤¿à¤• उलà¥à¤²à¤¾à¤¸ के साथ मनाया। इस अवसर पर
महिलाओं और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ सहित बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में सिखों ने रैनावाड़ी शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र में गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾
चटी पातशी में मतà¥à¤¥à¤¾ टेका।
सिख समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के लोगों ने बैसाखी के परà¥à¤µ पर पूरे देश और
विशेष रूप से जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° की शांति और समृदà¥à¤§à¤¿ के लिठविशेष अरदास की। सिखों ने
पूरे कशà¥à¤®à¥€à¤° के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ में अरदास, कीरà¥à¤¤à¤¨ और लंगर का आयोजन किया। केनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में अलग
अलग जगहों से मिली रिपोरà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ में कहा गया है कि बारामूला, तà¥à¤°à¤¾à¤² पà¥à¤²à¤µà¤¾à¤®à¤¾ और कशà¥à¤®à¥€à¤° घाटी के अनà¥à¤¯
हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ में बैसाखी परà¥à¤µ के अवसर पर सिख शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं के मतà¥à¤¥à¤¾ टेकने से
गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ में काफी चहल पहल रही।
बैसाखी को वैशाखी के नाम से à¤à¥€ जाना जाता है, यह अवसर 1699 में गà¥à¤°à¥ गोबिंद सिंह के नेतृतà¥à¤µ में
योदà¥à¤§à¤¾à¤“ं के खालसा पंथ के गठन की याद को ताजा करता है।
बैसाखी के परà¥à¤µ पर हरà¥à¤· और उलà¥à¤²à¤¾à¤¸ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ सरà¥à¤µà¤¦à¤²à¥€à¤¯
सिख समनà¥à¤µà¤¯ समिति ने उमà¥à¤®à¥€à¤¦ जताई है कि यह परà¥à¤µ केंदà¥à¤° शासित पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤°
में शांति और समृदà¥à¤§à¤¿ का अगà¥à¤°à¤¦à¥‚त होगा।
इस मौके पर उपराजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² मनोज सिनà¥à¤¹à¤¾ ने लोगों को बधाई दी।
शà¥à¤°à¥€ सिनà¥à¤¹à¤¾ ने अपने संदेश में कहा, “यह तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की पà¥à¤°à¤—ति में योगदान देने और आने वाले
वरà¥à¤· में सà¤à¥€ के लिठसमृदà¥à¤§à¤¿ और खà¥à¤¶à¥€ लाने के हमारे संकलà¥à¤ª को मजबूत करेगा।â€
जमà¥à¤®à¥‚ और कशà¥à¤®à¥€à¤° नेशनल कांफà¥à¤°à¥‡à¤‚स पारà¥à¤Ÿà¥€ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚
शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र से सांसद डॉ फारूक अबà¥à¤¦à¥à¤²à¥à¤²à¤¾ और उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· उमर अबà¥à¤¦à¥à¤²à¥à¤²à¤¾ तथा पीडीपी
पà¥à¤°à¤®à¥à¤– महबूबा मà¥à¤«à¥à¤¤à¥€ ने सिख समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के लोगों को बैसाखी की बधाई दी।