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मà¥à¤–à¥à¤¯ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ डी. वाई. चंदà¥à¤°à¤šà¥‚ड़ तथा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ पी. à¤à¤¸. नरसिमà¥à¤¹à¤¾ और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ जे. बी. पारदीवाला की पीठने सोमवार को मामले में संबंधित पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ की दलीलें सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के बाद इस मामले को संविधान पीठके समकà¥à¤· विचार के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का फैसला सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ शीरà¥à¤· अदालत ने यह à¤à¥€ कहा कि संविधान पीठ18 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² से इस मामले की सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ शà¥à¤°à¥‚ करेगी।
नयी दिलà¥à¤²à¥€- उचà¥à¤šà¤¤à¤®
नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की पांच सदसà¥à¤¯à¥€à¤¯ संविधान पीठसमलैंगिक जोड़े की शादी को मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ देने की
मांग वाली याचिकाओं पर 18 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² से सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ शà¥à¤°à¥‚ करेगी और इस अदालती
कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ का सीधा पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤£ किया जाà¤à¤—ा। मà¥à¤–à¥à¤¯ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ डी. वाई. चंदà¥à¤°à¤šà¥‚ड़ तथा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ पी. à¤à¤¸. नरसिमà¥à¤¹à¤¾ और
नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ जे. बी. पारदीवाला की पीठने सोमवार को मामले में संबंधित पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ की
दलीलें सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ के बाद इस मामले को संविधान पीठके समकà¥à¤· विचार के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का
फैसला सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ शीरà¥à¤· अदालत ने यह à¤à¥€ कहा कि संविधान पीठ18 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² से इस
मामले की सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ शà¥à¤°à¥‚ करेगी।
नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ चंदà¥à¤°à¤šà¥‚ड़ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ वाली तीन सदसà¥à¤¯à¥€à¤¯ पीठने संकà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ
के बाद कहा, “हम संविधान के
अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 145(3)
का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करेंगे और पांच नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶à¥‹à¤‚ की संविधान पीठदà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इस मामले का
फैसला किया जाà¤à¤—ा।†शीरà¥à¤· अदालत ने संविधान
पीठके समकà¥à¤· मामले को अंतिम सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¤à¥‡ हà¥à¤ कहा कि समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के साथ जीने
के अधिकार सहित विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अधिकारों के परसà¥à¤ªà¤° पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° यह मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ मौलिक
महतà¥à¤µ का है।
केंदà¥à¤° सरकार का पकà¥à¤· रख रहे सॉलिसिटर जनरल तà¥à¤·à¤¾à¤° मेहता ने अदालत के समकà¥à¤·
तरà¥à¤• देते हà¥à¤ कहा कि पà¥à¤°à¥‡à¤®, अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ और पसंद की सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ के अधिकार को
पहले ही उचà¥à¤šà¤¤à¤® नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ दी जा चà¥à¤•ी है। कोई à¤à¥€ उन अधिकारों में
हसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ª नहीं कर रहा है, लेकिन जहां तक विवाह का अधिकार पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने का
सवाल है यह तो विधायिका के 'विशेष कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°' में आता है।
शà¥à¤°à¥€ मेहता ने हालांकि कहा कि यदि à¤à¤• मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ संसà¥à¤¥à¤¾ के रूप में विवाह
समान लिंग के बीच आता है तो गोद लेने पर सवाल आà¤à¤—ा और इसलिठसंसद को बचà¥à¤šà¥‡ के
मनोविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ को देखना होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दलील देते हà¥à¤ कहा कि इसकी जांच की
जानी चाहिठकि कà¥à¤¯à¤¾ इसे (समलैंगिक जोड़े की शादी का मामला) इस तरह से उठाया जा
सकता है।
याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं की ओर से वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ के वी. विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥à¤¨ ने à¤à¥€ कहा कि यहां
अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 21 के तहत जीवन का
अधिकार और संविधान के अनà¥à¤šà¥à¤›à¥‡à¤¦ 19 के तहत अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का अधिकार है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा
कि शादी के अधिकार से इनकार अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ और गरिमा के अधिकार से इनकार करना है। ये
वासà¥à¤¤à¤µ में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¾à¤•ृतिक अधिकार हैं।
याचिकाकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं की ओर से पेश वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ नीरज किशन कौल ने शीरà¥à¤· अदालत के
समकà¥à¤· कहा कि विशेष विवाह अधिनियम दो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच विवाह को मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ देता है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि नवतेज जौहर (आईपीसी की धारा 377 को गैर-अपराधीकरण करने का मामला) मामले में à¤à¥€
शीरà¥à¤· अदालत ने कहा था कि जीवन के अधिकार में विवाह, संतानोतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ और यहां तक ​​कि यौन रà¥à¤à¤¾à¤¨ का
अधिकार à¤à¥€ शामिल है।
वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾ à¤. à¤à¤®. सिंघवी ने कहा कि विवाह के अधिकार से केवल उनके यौन
रà¥à¤à¤¾à¤¨ के आधार पर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के à¤à¤• वरà¥à¤— को नहीं रोका जा सकता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह à¤à¥€
कहा कि इसके लिठपà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ करने हेतॠवà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त कानूनों को सामंजसà¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ ढंग से
पढ़ा जा सकता है। इस पर शà¥à¤°à¥€ मेहता ने दलील दी कि शीरà¥à¤· अदालत ने नवतेज जौहर के
मामले में समलैंगिक जोड़े की शादी के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ को पहले ही सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ कर दिया था।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कलंक आदि के पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ का पहले ही धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखा जा चà¥à¤•ा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने
कहा कि अदालत इस बात की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ उठा रही है कि समाज आगे कैसे विकसित होगा।
केंदà¥à¤° सरकार ने रविवार 12 मारà¥à¤š को अपना विचार लिखित रूप से शीरà¥à¤· अदालत
के समकà¥à¤· रखा था। सरकार ने अपने जवाब में समलैंगिक जोड़े की शादी को कानूनी
मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ देने की मांग का विरोध करते हà¥à¤ कहा है कि यह सामाजिक नैतिकता और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯
लोकाचार के अनà¥à¤°à¥‚प नहीं है।
केंदà¥à¤° सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि विवाह/मिलन/संबंध तक सीमित विवाह की
पà¥à¤°à¤•ृति में विषमलैंगिक होने की वैधानिक मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पूरे इतिहास में आदरà¥à¤¶ है और
राजà¥à¤¯ के असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ और निरंतरता दोनों के लिठमूलà¤à¥‚त आधार है। सरकार का मानना है कि
समलैंगिक जोड़े की शादी को मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ देना न केवल संहिताबदà¥à¤§ कानूनों का उलà¥à¤²à¤‚घन
होगा, बलà¥à¤•ि इससे देश
में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त कानूनों और सà¥à¤µà¥€à¤•ृत सामाजिक मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के नाजà¥à¤• संतà¥à¤²à¤¨ को à¤à¥€ पूरी तरह
से नà¥à¤•सान पहà¥à¤‚चेगा।
सरकार का कहना है कि समान लैंगिक संबंधों को à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दंड संहिता की धारा 377 के तहत अपराध की
परिधि से अलग रखने के बावजूद देश के कानूनों के तहत समलैंगिक जोड़े विवाह के लिà¤
मौलिक अधिकार का दावा नहीं कर सकते हैं। सरकार ने अपने जवाब में यह à¤à¥€ कहा, "शादी करने वाले
पकà¥à¤· à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करते हैं, जिसका अपना सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• महतà¥à¤µ होता है। विवाह के
अनà¥à¤·à¥à¤ ान/पंजीकरण के लिठघोषणा की मांग करना साधारण कानूनी मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में
अधिक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ है। समान लिंग के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच विवाह की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ और पंजीकरण
पारिवारिक मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ मातà¥à¤° से परे हैं।
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