|
साहितà¥à¤¯ अकादेमी à¤à¤µà¤‚ पेरू गणराजà¥à¤¯ दूतावास के संयà¥à¤•à¥à¤¤ ततà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में आज इंका काल के नाटक ओयांताइ के सà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¥€-हिंदी दà¥à¤µà¤¿à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤• अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ का लोकारà¥à¤ªà¤£ समारोह आयोजित किया गया। समारोह के मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पेरू गणराजà¥à¤¯ दूतावास के राजदूत महामहिम कारà¥à¤²à¥‹à¤¸ आर. पोलो थे। लोकारà¥à¤ªà¤£ समारोह में पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के सà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¥€-हिंदी अनà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤• विकास कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह, रिशॠशरà¥à¤®à¤¾ à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¥€-हिंदी के पà¥à¤°à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ की समीकà¥à¤·à¤¾ à¤à¥€ की है, शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ गांगà¥à¤²à¥€ à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के आरंठमें साहितà¥à¤¯ अकादेमी के सचिव डॉ. के. शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¿à¤µà¤¾à¤¸à¤°à¤¾à¤µ ने सà¤à¥€ का सà¥à¤µà¤¾à¤—त अंगवसà¥à¤¤à¥à¤°à¤®à¥ और पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ें à¤à¥‡à¤‚ट कर किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने सà¥à¤µà¤¾à¤—त वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ मंे कहा कि इस तरह के संयà¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से दो à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤†à¤‚े का साहितà¥à¤¯ ही नहीं बलà¥à¤•ि उनकी संसà¥à¤•ृतियाठà¤à¥€ à¤à¤• दूसरे के नज़दीक आती हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस बात पर पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ की कि पेरू की आज़ादी की 200वीं वरà¥à¤·à¤—ाà¤à¤ और à¤à¤¾à¤°à¤¤ की आजादी के अमृत महोतà¥à¤¸à¤µ के महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अवसर पर इस कृति का पà¥à¤°à¤•ाशन हिंदी पाठकों के लिठसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ रहेगा।
मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में पेरू गणराजà¥à¤¯ के राजदूत महामहिम कारà¥à¤²à¥‹à¤¸ आर. पोलो ने कहा कि यह अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ à¤à¤¾à¤°à¤¤ और पेरू के दà¥à¤µà¤¿à¤ªà¤•à¥à¤·à¥€à¤¯ रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को मजबूत करने में महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤à¤—ा। आगे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ नाटक जो इंका सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ में बोली जाने वाली à¤à¤¾à¤·à¤¾ केचà¥à¤† में था, अब सà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¥€ सहित विशà¥à¤µ की अनेक à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में अनूदित हो चà¥à¤•ा है। अब हिंदी में अनूदित होकर यह वहाठकी सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ और संसà¥à¤•ृति को समà¤à¤¨à¥‡ में सहायक होगा। इस नाटक के अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ से हम पेरू की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ संसà¥à¤•ृति और सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के à¤à¥€ महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ को समठपाà¤à¤à¤—े। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस कावà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• नाटक के अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ के लिठशà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ गांगà¥à¤²à¥€ और दोनों अनà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤•ों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया।
शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ गांगà¥à¤²à¥€ ने अपने वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ में कहा कि इस नाटक का हिंदी अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ इसलिठबहà¥à¤¤ महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ हैं कà¥à¤¯à¤¾à¤‚ेकि यह नाटक वाचिक परंपरा से होते हà¥à¤ à¤à¥€ अपने पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤°à¥‚प को बचा पाया है। अंत में, दोनों अनà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤•ों ने अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ के समय आई मà¥à¤¶à¥à¤•िलों की विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ बताया कि इस नाटक से हम इंका सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ की संसà¥à¤•ृति का à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• परिचय पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कर ही रहे हैं बलà¥à¤•ि पà¥à¤°à¥‡à¤®, धरà¥à¤®, राजनीति, यà¥à¤¦à¥à¤§, सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ और मानवीय गरिमा जैसे सारà¥à¤µà¤à¥Œà¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤•ृति के कालातीत विषयों को à¤à¥€ सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ कर रहे हैं।
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में कई राजदूतावासों के राजदूत सà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¥€-हिंदी अनà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤• à¤à¤µà¤‚ बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
|