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"राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤¯ राजधानी दिलà¥à¤²à¥€ में उरà¥à¤¦à¥‚ दूसरी सरकारी ज़बान है लेकिन जब से पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में अरविंद केजरीवाल के नेतृतà¥à¤µ में आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ की सरकार बनी है, इस ज़बान को ख़तà¥à¤® करने की à¤à¤• मà¥à¤¨à¥›à¥à¥›à¤® साज़िश की जा रही है।" यह बात यहाठआल इंडिया मजलिस ठइतà¥à¤¤à¥‡à¤¹à¤¾à¤¦à¥à¤² मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥€à¤¨ दिलà¥à¤²à¥€ के लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ कलीमà¥à¤² हफ़ीज़ ने कही। जारी अपने बयान में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हालांकि अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•ों बतौर ख़ास मà¥à¤¸à¤²à¤¾à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से समà¥à¤¬à¤‚धित जो à¤à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ में इदारे हैं उनको बेअसर और बेमक़सद करने की मà¥à¤¹à¤¿à¤® चलाई जा रही है लेकिन दिलà¥à¤²à¥€ उरà¥à¤¦à¥‚ अकादमी सबसे ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ निशाने पर है कà¥à¤¯à¥‚ंकि इस इदारे का संबंध पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पà¥à¥‡ लिखे लोगों, बà¥à¤¦à¥à¤§à¤œà¥€à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, साहितà¥à¤¯à¤•ारों, क़लमकारो और शायरों से है। कलीमà¥à¤² हफ़ीज़ ने कहा कि इस वक़à¥à¤¤ दिलà¥à¤²à¥€ उरà¥à¤¦à¥‚ अकादमी पर सबसे ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बड़ा ज़à¥à¤²à¥à¤® और हमला यह किया गया है कि इसका चेयरमैन à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ शख़à¥à¤¸ को बनाया गया है जो उरà¥à¤¦à¥‚ तो दूर हिंदी à¤à¥€ ठीक से नहीं जानता। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि देश की सबसे सरगरà¥à¤® दिलà¥à¤²à¥€ उरà¥à¤¦à¥‚ अकादमी जिस पर न केवल दिलà¥à¤²à¥€ के साहितà¥à¤¯à¤•ार व शायर, पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¥€ बलà¥à¤•ि देश व विदेश के साहितà¥à¤¯à¤•ार व शायर, पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° और बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¥€ फ़खà¥à¤° करते थे,आज इस इदारे की हालात à¤à¤• बेजान इदारे की सी हो गयी है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि तीन दरà¥à¤œà¤¨ से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मà¥à¤²à¤¾à¥›à¤®à¥€à¤¨ वाली दिलà¥à¤²à¥€ उरà¥à¤¦à¥‚ अकादमी में आज तीन चार से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोग à¤à¥€ नहीं हैं। कई बार इसकी सूचना मांग पतà¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिलà¥à¤²à¥€ सरकार को दी गयी लेकिन आज तक इस पर कोई काम नहीं हà¥à¤†à¥¤ केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हà¥à¤ कलीमà¥à¤² हफ़ीज़ ने कहा कि दिलà¥à¤²à¥€ उरà¥à¤¦à¥‚ अकादमी के बजट का à¤à¤²à¤¾à¤¨ तो कर दिया जाता है लेकिन ख़रà¥à¤š के लिठवह सब दिया नहीं जाता। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आगे कहा कि जो दिलà¥à¤²à¥€ उरà¥à¤¦à¥‚ अकादमी की कमिटी बनाई गयी है उनमे शामिल अकà¥à¤¸à¤° मेंबर à¤à¤¸à¥‡ हैं जो अपनी ज़बान तक नहीं खोल सकते। किताबों की छपाई, इनाम देने का सिलसिला à¤à¥€ महज़ राजनीतिक फ़ायदा हासिल करने का ज़रिया है। आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ में शामिल मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लीडरो और विधायकों की ओर इशारा करते हà¥à¤ दिलà¥à¤²à¥€ मजलिस के चीफ़ ने कहा कि आख़िर मà¥à¤¸à¤²à¤¾à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से वोट लेकर विधानसà¤à¤¾ जाने वाले विधायक खामोश कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हैं ? अगर वो अपनी ज़बान के लिठà¤à¥€ ज़बान नहीं खोल सकते तो फिर इनके सरकार में होने का फ़ायदा कà¥à¤¯à¤¾ है? मिलà¥à¤²à¤¤ ने à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के ख़िलाफ़ वोट देकर अगर आप को कामयाब किया है और केजरीवाल की सरकार बनवाई है तो फिर इससे इनको कà¥à¤¯à¤¾ मिला ?
शà¥à¤°à¥€ कलीमà¥à¤² हफ़ीज़ ने कहा कि अब वक़à¥à¤¤ आ गया है कि मौक़ा परसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के ख़िलाफ़ आवाज़ बà¥à¤²à¤‚द की जाà¤,अपनी ज़बान, अपने इदारों की हिफाज़त की जाà¤à¥¤ अपने गà¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ का इज़हार करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ही नहीं आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ à¤à¥€ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ है। इसलिठमजलिस ही अब वाहिद वह सियासी पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‰à¤°à¥à¤® है जिससे हक़ व हक़ूक़ की लड़ाई लड़ी जा सकती है। अब मांगने का नहीं बलà¥à¤•ि अपना हक़ पूरे हक़ के साथ लेने का वक़à¥à¤¤ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मजलिस दिलà¥à¤²à¥€ बहà¥à¤¤ तहरीक चलाने जा रही है ताकि दिलà¥à¤²à¥€ उरà¥à¤¦à¥‚ अकादमी को बचाया जा सके और इसके लिठमिलà¥à¤²à¤¤ ठइसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¤¾ और उरà¥à¤¦à¥‚ चाहने वालों से अपील की है कि वो ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ इस तहरीक में हिसà¥à¤¸à¤¾ लें, घरों से निकलें और अपनी ज़बान व अदब की हिफ़ाज़त करें।
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