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आधà¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤ के निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ और सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ रतà¥à¤¨ सà¥à¤µ. जवाहर लाल नेहरू की 58वीं पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ पर सीतामà¥à¥€ जिला यà¥à¤µà¤¾ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मेहसौल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होली चाइलà¥à¤¡ इंगà¥à¤²à¤¿à¤¶ सà¥à¤•ूल में चितà¥à¤°à¤•ला पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन किया गया. छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने अपने चाचा नेहरू की पेंटिंग कैनवास पर उकेर कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किया. यूथ कॉंगà¥à¤°à¥‡à¤¸ जिलाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शमà¥à¤¸ शाहनवाज की ओर से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में उतà¥à¤•ृषà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करने वाले छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को उपहार सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª कलर पेंसिल à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤•ेच पेन पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया गया.
इस अवसर पर छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को संबोधित करते हà¥à¤ बिहार पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ यूथ कॉंगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ सह सीतामढ़ी जिलाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शमà¥à¤¸ शाहनवाज ने कहा कि आजादी के आंदोलन में जवाहर लाल नेहरू ने अपने पूरे परिवार के साथ बढ़-चढ़ कर हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया और महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆà¥¤ आजादी के बाद वो सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पहले पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बने. जà¥à¤žà¤¾à¤¨ कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति को à¤à¤¾à¤‚पते हà¥à¤ पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1950 के दशक में आईआईटी, आईआईà¤à¤®, à¤à¤¨à¤ªà¥€à¤à¤², à¤à¤¨à¤¸à¥€à¤à¤², बारà¥à¤•, à¤à¤®à¥à¤¸ आदि की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की. आज देश का सेवा कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° सबसे बड़ा सेकà¥à¤Ÿà¤° है जो देश की जीडीपी में आधे से अधिक का योगदान देता है.
मौके पर होली चाइलà¥à¤¡ इंगà¥à¤²à¤¿à¤¶ सà¥à¤•ूल के निदेशक सिफत हबीबी, डà¥à¤®à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤–ंड यूथ कॉंगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· दिलकश खान, मà¥à¤¶à¥à¤¤à¤¾à¤• सरवर, हाफिज निजामà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨, अधीर पूरà¥à¤µà¥‡, हसनैन अंसारी, दरखà¥à¤¶à¤¾ अंजà¥à¤®, नसीम अहमद, मो. शहाबà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨, महताब आलम, गजाला शकील, सायमा खातून, दानिश कà¥à¤°à¥ˆà¤¶à¥€, रंजीत कà¥à¤®à¤¾à¤° आदि मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से मौजूद थे.
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