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राजीव गांधी देश के सबसे यà¥à¤µà¤¾ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ थे और उनकी सोच à¤à¥€ यà¥à¤µà¤¾ थी। देश को आईटी कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति की राह पर ले जाने वाले वही थे। और सच तो यह है कि तमाम बड़े फैसले लेने वाले राजीव गांधी के कारण ही देश बाद में उदारीकरण की राह पर चल सका। इसके लिठहमें दिसंबर 2018 में जाना पड़ेगा। पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मनमोहन सिंह अपनी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• “चेंजिंग इंडिया†के विमोचन के मौके पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। तà¤à¥€ डॉ. सिंह ने खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किया कि 1991-92 में आरà¥à¤¥à¤¿à¤• उदारीकरण के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कैसे नरसिंह राव सरकार की कैबिनेट के विरोध को शांत किया था। डॉ. सिंह ने दावा किया कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नरसिंह राव को समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ था कि उस समय उनकी सरकार कà¥à¤› à¤à¥€ नया नहीं करने जा रही थी। यह सब तो पहले से ही सरकार के à¤à¤œà¥‡à¤‚डे में था और खà¥à¤¦ राजीव गांधी उसे मंजूरी दे चà¥à¤•े थे। यह सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही कैबिनेट ने ततà¥à¤•ाल उस पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ को मंजूरी दे दी।
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