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घटना के बाद उठे सवालों का जवाब दे केजरीवाल दिलà¥à¤²à¥€ विधानसà¤à¤¾ में नेता पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ रामवीर सिंह बिधूड़ी ने केजरीवाल सरकार से मांग की है कि मà¥à¤‚डका अगà¥à¤¨à¤¿à¤•ांड की हाईकोरà¥à¤Ÿ के किसी सिटिंग जज की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में जांच कराई जाà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने फायर बà¥à¤°à¤¿à¤—ेड की गाड़ी देरी से पहà¥à¤‚चने, बिलà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग के फायर कà¥à¤²à¥€à¤¯à¤°à¥‡à¤‚स और अनà¥à¤¯ नियमों के उलà¥à¤²à¤‚घन की à¤à¥€ जांच की मांग की है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ मृतकों के परिजनों को à¤à¤•-à¤à¤• करोड़ रà¥à¤ªà¤ की मदद देने और परिवार के à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को सरकारी नौकरी देने की à¤à¥€ मांग की है।
नेता पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ रामवीर सिंह बिधूड़ी ने पà¥à¤°à¥‡à¤¸ कांफà¥à¤°à¥‡à¤‚स में खासतौर पर दिलà¥à¤²à¥€ सरकार के अधिकारियों और फायर विà¤à¤¾à¤— की कारà¥à¤¯à¤¶à¥ˆà¤²à¥€ पर सवाल उठाà¤à¥¤ पà¥à¤°à¥‡à¤¸ वारà¥à¤¤à¤¾ में दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ राजन तिवारी à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ मीडिया सह-पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¥€ हरिहर रघà¥à¤µà¤‚शी à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
शà¥à¤°à¥€ बिधूड़ी ने कहा कि इस बात की à¤à¥€ जांच की जानी चाहिठकी फायर बà¥à¤°à¤¿à¤—ेड देर से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पहà¥à¤‚ची। घटना की सूचना 4ः40 बजे दे दी गई थी और कैटà¥à¤¸ à¤à¤®à¥à¤¬à¥à¤²à¥‡à¤‚स को सूचना 4ः48 बजे मिली। लेकिन उसके बाद वहां मौजूद लोगों का कहना है कि फायर बà¥à¤°à¤¿à¤—ेड à¤à¤• घंटा देरी से आई। यहां तक कि पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को रेसà¥à¤•à¥à¤¯à¥‚ ऑपरेशन सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों की मदद से चलाना पड़ा। जब तक फायर बà¥à¤°à¤¿à¤—ेड आई, आग à¤à¤¯à¤‚कर रूप धारण कर चà¥à¤•ी थी।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि फायर बà¥à¤°à¤¿à¤—ेड के पास आग में फंसे लोगों को निकालने के लिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हाईडà¥à¤°à¥‹à¤²à¤¿à¤• कà¥à¤°à¥‡à¤¨ नहीं थीं। आखिर दिलà¥à¤²à¥€ सरकार ने फायर बà¥à¤°à¤¿à¤—ेड को आधà¥à¤¨à¤¿à¤• बनाने के लिठकà¥à¤¯à¤¾ कदम उठाठहैं? उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कà¥à¤¯à¤¾ इस बिलà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग के पास फायर कà¥à¤²à¥€à¤¯à¤°à¥‡à¤‚स था? अगर नहीं था तो फायर विà¤à¤¾à¤— ने इस बिलà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग के खिलाफ कà¥à¤¯à¤¾ कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ की थी? कà¥à¤¯à¤¾ कोई नोटिस जारी किया था? इस बिलà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग में आने-जाने के लिठसिरà¥à¤« à¤à¤• ही रासà¥à¤¤à¤¾ था। आग लगने पर लोगों को निकालने का कोई रासà¥à¤¤à¤¾ नहीं मिला। फायर विà¤à¤¾à¤— ने इसके लिठकà¥à¤¯à¤¾ कोई कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ की थी? दिलà¥à¤²à¥€ सरकार का दावा है कि आजकल 24 घंटे बिजली उपलबà¥à¤§ है तो फिर इस बिलà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग में जेनरेटर की कà¥à¤¯à¤¾ जरूरत थी? जेनरेटर सीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के नीचे रखा हà¥à¤† था।
शà¥à¤°à¥€ बिधूड़ी ने कहा कि दो दमकलकरà¥à¤®à¥€ à¤à¥€ इस घटना में मारे गठहैं और मृतकों की संखà¥à¤¯à¤¾ 30 मानी जा रही है लेकिन जो 29 लोग लापता हैं, उनके बारे में सरकार तà¥à¤°à¤‚त सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¥€à¤•रण दे। à¤à¤¸à¥€ दà¥à¤–द घटनाà¤à¤‚ दिलà¥à¤²à¥€ के माथे पर कलंक हैं। यह हादसा उपहार कांड जैसा ही है और इससे साफ है कि उपहार कांड के बाद जो सिफारिशें की गई थीं, उन पर अमल नहीं किया गया। अब à¤à¤¸à¥‡ कदम उठाने जरूरी हैं कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में à¤à¤¸à¤¾ हादसा फिर न हो जिससे लोगों को इस तरह मौत के आगोश में समाना न पड़े।
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