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महान सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी, पूरà¥à¤µ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ फ़ख़रà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ अली अहमद की जयंती पर सीतामढ़ी जिला यà¥à¤µà¤¾ कॉंगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किया। सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ ललित आशà¥à¤°à¤® में आयोजित शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि सà¤à¤¾ में कॉंगà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ ने उनके तैलचितà¥à¤° पर पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤‚जलि कर राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में उनके अविसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ योगदान को याद किया।
इस अवसर पर यà¥à¤µà¤¾ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ जिलाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· मो.शमà¥à¤¸ शाहनवाज़ ने कहा कि पूरà¥à¤µ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ फ़ख़रà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ अली अहमद का जनà¥à¤® 13 मई 1905 को दिलà¥à¤²à¥€ में हà¥à¤† था। 1925 में नेहरू जी इंगà¥à¤²à¥ˆà¤‚ड में मà¥à¤²à¤¾à¤•ात के बाद वे à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ में शामिल हो गà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ आंदोलन में सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रूप से à¤à¤¾à¤— लिया। वरà¥à¤· 1940 में सतà¥à¤¯à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹ आंदोलन à¤à¤µà¤‚ 1942 में à¤à¤¾à¤°à¤¤ छोड़ो आंदोलन के समरà¥à¤¥à¤¨ की वजह से जेल गà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तीन साल से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय जेल में बिताया। वे 24 अगसà¥à¤¤ 1974 से लेकर 11 फरवरी 1977 तक सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पांचवें राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ रहे।
शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि सà¤à¤¾ में वरिषà¥à¤ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नेता सीताराम à¤à¤¾, वीरेंदà¥à¤° कà¥à¤¶à¤µà¤¾à¤¹à¤¾, आश नारायण सिंह, बिधॠशेखर सिंह, तेज नारायण साह, शतà¥à¤°à¥à¤˜à¥à¤¨ राम, मो. इनामà¥à¤², मनोज कà¥à¤®à¤¾à¤°, बिमलेश कà¥à¤®à¤¾à¤°, मà¥à¤¶à¥à¤¤à¤¾à¤• सरवर, राजीव कà¥à¤¶à¤µà¤¾à¤¹à¤¾, अरà¥à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤° वरà¥à¤®à¤¾ आदि मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से मौजूद थे।
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