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साहितà¥à¤¯ अकादेमी के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸à¥€ मंच में आज यूके से पधारी दिवà¥à¤¯à¤¾ माथà¥à¤° ने अपनी रचनाà¤à¤ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कीं। उनकी कहानी ‘2050’ अलका सिनà¥à¤¹à¤¾ ने अपनी आवाज में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की। कहानी की विषय-वसà¥à¤¤à¥ अमेरिका में बचà¥à¤šà¥‡ पैदा करने के लिठली जाने वाली अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ और उससे जà¥à¥œà¥‡ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ यांतà¥à¤°à¤¿à¤• मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ से à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं को ठेस पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ जैसे विषय पर आधारित थी। इस कालà¥à¤ªà¤¨à¤¿à¤• कहानी में दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया था कि आने वाले समय में कोई à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° अपने यहाठबचà¥à¤šà¤¾ पैदा करने के लिठविदेशी दंपती का सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, पैसा, घर और पति-पतà¥à¤¨à¥€ की आईकà¥à¤¯à¥‚ ही सबसे महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ होगी। कहानी का संदेश था कि आने वाले समय में किसी à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° का लकà¥à¤·à¥à¤¯ होगा कि उनके देश में न कोई गरीब होगा न कोई बीमार और न कोई बेकार। इसके बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने सà¥à¤µà¤°à¤šà¤¿à¤¤ कà¥à¤› छोटी कविताà¤à¤ और ग़ज़लें पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कीं, जोकि à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की मनोदशा पर बहà¥à¤¤ संवेदनशील दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से लिखी गई थीं। ‘मेरी ख़ामोशी’ शीरà¥à¤·à¤• से अपनी कविता में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने खामोशी की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ गरà¥à¤à¤¾à¤¶à¤¯ से की, जिसमें की à¤à¤• à¤à¥‚ठपल रहा है। ‘दायरे’ कविता में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के यथासà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤¦à¥€ जीवन का रूपक उस जानवर में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया जो बलवान होते हà¥à¤ à¤à¥€ खास दायरे में चकà¥à¤•र लगाता रहता है। उनके रचना-पाठके बाद उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं अनिल जोशी, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ शंकर वाजपेयी, अलका सिनà¥à¤¹à¤¾, नारायण कà¥à¤®à¤¾à¤°, विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ वà¥à¤°à¤¤, रमा पांडेय, रेखा सेठी, साधना अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², नरेश शांडिलà¥à¤¯ आदि ने अपने विचार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किà¤à¥¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में ओम निशà¥à¤šà¤², बी.à¤à¤². गौड़,, जितेंदà¥à¤° सोनी, बलराम अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² आदि अनेक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित साहितà¥à¤¯à¤•ार उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के आरंठमें साहितà¥à¤¯ अकादेमी के सचिव के. शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¿à¤µà¤¾à¤¸à¤°à¤¾à¤µ ने दिवà¥à¤¯à¤¾ माथà¥à¤° जी का सà¥à¤µà¤¾à¤—त साहितà¥à¤¯ अकादेमी की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ें à¤à¥‡à¤‚ट करके किया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन साहितà¥à¤¯ अकादेमी के संपादक (हिंदी) अनà¥à¤ªà¤® तिवारी ने किया।
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