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दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के देशों में à¤à¤•-दूसरे से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ बनने की होड़ मची हà¥à¤ˆ है. à¤à¤¸à¥‡ में सैनà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° पर होने वाला खरà¥à¤š लगातार बॠरहा है. सà¥à¤Ÿà¥‰à¤•होम इंटरनेशनल पीस रिसरà¥à¤š इंसà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट (SIPRI) की सोमवार को आई रिपोरà¥à¤Ÿ में बताया गया है कि वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सैनà¥à¤¯ खरà¥à¤š (World Military Expenditure) 2021 में 2.1 टà¥à¤°à¤¿à¤²à¤¿à¤¯à¤¨ अमेरिकी डॉलर रहा, जो अब तक का सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है. इस दौरान जिन 3 देशों ने अपने डिफेंस सिसà¥à¤Ÿà¤® को मजबूत करने पर सबसे बड़ा खरà¥à¤šà¤¾ किया, उसमें अमेरिका, चीन और à¤à¤¾à¤°à¤¤ शामिल हैं.
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